अस्पतालों के इमरजेंसी विभाग में मरीजों की संख्या में देखा जा रहा है इजाफा कोलकाता. भले ही राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से घबराने की कोई आवश्यकता नहीं होने का दावा किया जा रहा हो, लेकिन कोलकाता में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है. हाल ही में, कोलकाता में कोरोना के पांच नये मामले सामने आये हैं. अलीपुर स्थित एक निजी अस्पताल में पांच लोगों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन पांच संक्रमितों में से एक को आइसीयू में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अस्पताल के ओपीडी में सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ और निमोनिया जैसे लक्षणों वाले मरीज आ रहे हैं. इमरजेंसी में भी मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है. डॉक्टरों का यह भी मानना है कि कोरोना जांच की संख्या भी बढ़ी है. विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मौसम में खासकर बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. डॉक्टरों का दावा है कि भले ही स्थिति पहले जैसी गंभीर न हो, लेकिन अभी से तैयारी करना जरूरी है. उनकी मांग है कि सरकार पीपीइ किट और अन्य आवश्यक उपकरण तैयार रखे. इसके अलावा, हाथ साफ करने और सामाजिक दूरी बनाये रखने पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. गौरतलब है कि गुरुवार को आइआइटी खड़गपुर के एक छात्र में भी कोरोना वायरस पाया गया था. इसके अतिरिक्त पुरुलिया में एक डॉक्टर दंपती भी संक्रमित हुए हैं. राज्य स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, वर्तमान में देश में कोरोना के जेएन1, एनबी 1.8.1 और एलएफ7 वैरिएंट संक्रमण फैला रहे हैं. ये सभी ओमीक्रॉन के उप-वंश हैं. हालांकि आमतौर पर ये संक्रमण बहुत गंभीर नहीं होते, लेकिन मधुमेह और पुरानी सांस की समस्याओं वाले लोगों में यह संक्रमण चिंता का विषय बन रहा है.
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