कोलकाता.
अकेले पठानखाली ग्राम पंचायत से 3,558 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र व 510 फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किये गये हैं. राज्य सरकार ने मंगलवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक रिपोर्ट पेश कर इसकी जानकारी दी. दक्षिण 24 परगना के गोसाबा थाना क्षेत्र की पठानखाली पंचायत के निवासी नित्यरंजन घोष के मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर कलकत्ता उच्च न्यायालय में न्यायाधीश अमृता सिन्हा की पीठ में एक मामले की सुनवाई चल रही है. मामले की सुनवाई में राज्य की ओर से पेश रिपोर्ट में यह सनसनीखेज जानकारी सामने आयी है. राज्य के वकील ने अदालत को बताया कि सरकारी जन्म और मृत्यु सूचना पोर्टल के माध्यम से पठानखाली ग्राम पंचायत से हजारों फर्जी प्रमाण पत्र जारी हुए हैं. इतना ही नहीं, इस गिरोह के किसी बड़े अपराध से जुड़े होने का भी संदेह है. अदालत में बताया गया कि कुछ फर्जी प्रमाणपत्रों में माता-पिता के नाम की जगह बांग्लादेशी नागरिकों के नाम का इस्तेमाल किया गया है. ग्राम पंचायत की ओर से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के पीछे ठेका पर नियुक्त कर्मी गौतम सरदार सीधे तौर पर शामिल हैं. जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने का दायित्व सरदार के पास था. इस मामले में 10 लोगों के खिलाफ पहले ही आरोप पत्र दाखिल किये जा चुके हैं. इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें मुख्य आरोपी गौतम सरदार भी शामिल है. जांचकर्ताओं को संदेह है कि इस फर्जी प्रमाण पत्र का इस्तेमाल अवैध नागरिकता साबित करने, मानव तस्करी या किसी बड़े आपराधिक कृत्य के लिए किया जा सकता है. पुलिस ने कहा कि पूरे गिरोह के सूत्र और मददगारों का पता लगाने के लिए जांच जारी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है