कल्याणी.
श्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए सेना के स्पेशल फोर्स के कमांडो झंटू अली शेख का पार्थिव शरीर शनिवार को उनके पैतृक गांव नदिया जिले के तेहट्ट के पाथरघाटा लाया गया. इससे पहले उत्तर 24 परगना के बैरकपुर सेना छावनी में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. मौके पर कृष्णानगर की सांसद महुआ मोइत्रा और कई सरकारी अधिकारी मौजूद थे. शहीद झंटू अली शेख के बड़े भाई रफीकुल शेख भी सेना में सूबेदार हैं और कश्मीर में एक साल तक तैनात रहे थे. रफीकुल ने कहा कि उन्हें अपने भाई के बलिदान पर गर्व है. उन्होंने आतंकवादियों की नफरत भरी विचारधारा की निंदा करते हुए कहा कि उनका धर्म (इस्लाम) अलग है. झंटू अली शेख की पत्नी झुम्पा शेख ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर वह देश (पाकिस्तान) रहा, तो और भी बच्चों के पिता छिन जाएंगे. झुम्पा ने अपने पति पर गर्व जताया, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी. झंटू अली शेख 14 साल से सेना में थे और डेढ़ साल पहले उनकी पोस्टिंग कश्मीर में हुई थी. सेना के आतंकवाद विरोधी अभियान में उधमपुर में मुठभेड़ के दौरान वह शहीद हो गये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है