नौकरी गंवा चुके शिक्षक अपनी मांगों को लेकर आज उतरेंगे सड़क पर कोलकाता. स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) पैनल के तहत नौकरी गंवा चुके शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर रहे हैं. मुर्शिदाबाद में एक बेरोजगार शिक्षक प्रवीण करमाकर की गुरुवार को ब्रेन हेमरेज से मौत हो गयी, जिसे प्रदर्शनकारी नौकरी जाने के सदमे से जोड़ रहे हैं. योग्य शिक्षा-शिक्षा अधिकार मंच का कहना है कि वे ””योग्य”” हैं और दोबारा परीक्षा नहीं देंगे. इसी के विरोध में शुक्रवार को वे सियालदह से नबान्न तक अर्धनग्न जुलूस निकालेंगे. उनका कहना है कि यह उनकी नग्न स्थिति का सांकेतिक विरोध है. शिक्षकों की मांग है कि उन्हें नौकरी पर वापस लिया जाये और वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलना चाहते हैं. गुरुवार को भी कुछ शिक्षक मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे, लेकिन उन्हें हिरासत में ले लिया गया. राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में समीक्षा याचिका दायर की है, लेकिन गर्मी की छुट्टी के कारण कोई प्रगति नहीं हुई है. इस बीच, सरकार ने नयी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है, जिसका प्रदर्शनकारी विरोध कर रहे हैं.
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