पाकिस्तान में फंसे रिसड़ावासी जवान के परिजनों से बीएसएफ अधिकारियों ने की मुलाकात, दिया भरोसाप्रतिनिधि, हुगली.
चार दिन बाद बीएसएफ के अधिकारी पूर्णम कुमार साव के घर पहुंचे. रविवार सुबह करीब 11.30 बजे हुगली जिले के रिसड़ा हरिसभा इलाके में स्थित पूर्णम के घर आठ से 10 अधिकारियों की एक टीम पहुंची. वहां उन्होंने परिवार के सदस्यों से बातचीत की. लगभग 15 से 20 मिनट तक बातचीत के बाद वे घर से बाहर निकल गए.
उल्लेखनीय है कि चार दिन पहले 40 वर्षीय पूर्णम कुमार साव को पाकिस्तान रेंजर्स ने पकड़ लिया था. पंजाब के पठानकोट के फिरोजपुर बॉर्डर पर बीएसएफ की 24वीं बटालियन में उनकी पोस्टिंग थी. ड्यूटी के दौरान थकान महसूस होने पर वह एक पेड़ के नीचे आराम कर रहे थे. इस दौरान सीमा पार कर जाने से उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने पकड़ लिया. तभी से उनका कोई पता नहीं चल पा रहा है. परिवार के सदस्य बेहद चिंतित हैं और दिन-रात उनके लौटने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. इधर, पति को वापस लाने के लिए रविवार को उनकी पत्नी रजनी पठानकोट रवाना होने वाली थीं. लेकिन आखिरी समय में उनकी यात्रा स्थगित हो गयी. रजनी ने बताया कि अब वे सोमवार दोपहर एक बजे की फ्लाइट से चंडीगढ़ जायेंगे और वहां से पठानकोट रवाना होंगे.
रजनी ने कहा : रविवार को सेना के अधिकारी घर आये. उनसे बात करने के बाद हमें कुछ भरोसा मिला है. अब लग रहा है कि कुछ अच्छा समाचार मिलेगा. अधिकारियों ने हमें भरोसा दिया है कि जवान को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है और जल्द से जल्द उसे वापस लाने की कोशिश होगी.
पूर्णम के पिता भोलानाथ साव ने कहा : बीएसएफ के अधिकारी हमारे घर आये थे. बेटे के बारे में बातचीत हुई. उन्होंने बस इतना कहा कि हम पूरी कोशिश कर रहे हैं, जितनी जल्दी हो सके उसे वापस ले आयेंगे. हिम्मत रखो, लड़का जल्दी आ जायेगा. उनके आने से हमें थोड़ी आशा बंधी है. हालांकि, बीएसएफ के अधिकारियों ने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है