संवाददाता, कोलकाता
आरजी कर अस्पताल में वित्तीय अनियमितता के मामले की सुनवाई के पहले दिन ही सीबीआइ को न्यायाधीश से कड़ी फटकार का सामना करना पड़ा. मंगलवार को अलीपुर स्थित विशेष सीबीआइ अदालत में जज सुजीत कुमार झा के कोर्ट रूम में मामले की गवाही हो रही थी. पहले दिन एक सरकारी अधिकारी गवाही दे रहा था. इसी बीच वकील संजय दासगुप्ता, आनंद गांगुली, इंद्रजीत अधिकारी ने कहा कि यह देखा गया कि मूल आरोप पत्र दस्तावेजों में शामिल नहीं था. जिसके बाद यह मामला जज के संज्ञान में लाया गया. तब जज ने सीबीआइ के वकील से मूल आरोप पत्र दिखाने को कहा. यह देखा गया कि वह दस्तावेजों के साथ मौजूद नहीं था. जिसके बाद जो एक सरकारी अधिकारी गवाही दे रहा था, उसकी गवाही रोक दी गयी. इसके बाद सीबीआइ को जज से कड़ी फटकार का सामना करना पड़ा. इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख 29 जुलाई को तय की गयी है. उस दिन सीबीआइ को सुनवाई में पूरे दस्तावेज के साथ आने को कहा गया है. इधर, मंगलवार को सुनवाई के दौरान इस मामले में संदीप घोष के साथ आशीष पांडेय, अशरफ अली, बिप्लब सिंह और सुमन हाजरा की वर्चुअली पेशी हुई. गौरतलब है कि इस मामले में आरोप पत्र कुछ दिन पहले ही तैयार किया गया था जिसके बाद इसकी सुनवाई का दिन मंगलवार तय किया गया था.
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