संतोष मित्रा स्क्वायर: ऑपरेशन सिंदूर को बनाया पूजा थीम, युद्ध के दृश्यों का रूपांतरण होगा
संवाददाता, कोलकाताकोलकाता की प्रमुख दुर्गा पूजा समितियों में से एक संतोष मित्रा स्क्वायर इस साल अपने पंडाल में भारत की सशस्त्र सेनाओं की वीरता को प्रदर्शित करेगी, जिसका विषय ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर आधारित होगा. पूजा समिति के प्रवक्ता सजल घोष ने बताया कि पंडाल में युद्ध के दृश्यों का रूपांतरण किया जायेगा, जो भारतीय सेना के गौरव को उजागर करेंगे. उन्होंने कहा : हमारा उद्देश्य विस्तृत मॉडल, नाटकीय प्रकाश व्यवस्था, ध्वनि प्रभाव और ‘कदम कदम बढ़ाये जा’, ‘मेरे वतन’ और ‘वंदे मातरम’ जैसे देशभक्ति गीतों के माध्यम से वीरता और बलिदान के क्षणों को प्रदर्शित करना है. भाजपा नेता घोष ने कहा कि इस विषय का उद्देश्य राष्ट्रीय गौरव की भावना जगाना और राष्ट्र की रक्षा करने वालों को श्रद्धांजलि देना है. एक अन्य प्रमुख पूजा समिति भवानीपुर 75 पल्ली ने 19वीं सदी की रंगमंच की दिग्गज बिनोदिनी दासी (नटी बिनोदिनी के रूप में लोकप्रिय) को सम्मानित करने का निर्णय लिया है, जो मंच पर प्रस्तुति देने वालीं पहली बंगाली महिला थीं. पूजा समिति के सचिव सुबीर दास ने बताया : बिनोदिनी दासी उस युग का प्रतिनिधित्व करती थीं, जब पुरुष कलाकार रंगमंच पर महिलाओं की भूमिकाएं निभाते थे. वह पहली महिला थीं, जिन्होंने मंच पर महिला पात्रों का अभिनय किया, जो पितृसत्तात्मक समाज में एक ऐतिहासिक क्षण था. इस बीच, कुम्हारटोली के मूर्तिकार राजकुमार पाल ने बताया कि उनकी बनायी मिट्टी की मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा विमान से एक सप्ताह के अंदर जर्मनी के लिए रवाना होने वाली है. यह प्रतिमा करीब साढ़े तीन फीट ऊंचाई की है. वजह 30 से 40 किलो के आस पास है. इसमें प्लाईवुड का भी इस्तेमाल किया गया है. श्री पाल ने बताया कि यह उनकी तीसरी साल मूर्ति विदेशों में जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है