बेलडांगा में मदरसे में बच्चों को पढ़ाने का काम भी कर रहा था मेखलीगंज से बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहा था, सीमा पर बीएसएफ ने पकड़ा कोलकाता. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), उत्तर बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने कूचबिहार के मेखलीगंज स्थित अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अवैध रूप से भारत से बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे एक व्यक्ति को पकड़ा. आरोपी से पूछताछ में अहम खुलासा हुआ है. सूत्रों के अनुसार, आरोपी करीब चार वर्षों से अवैध तरीके से भारत में केवल रह ही नहीं रहा था, बल्कि वह मुर्शिदाबाद के बेलडांगा स्थित एक मस्जिद का इमाम भी बन बैठा था. यहां रहते हुए वह मदरसा में बच्चों को पढ़ाने का काम भी कर रहा था. उसपर अवैध तरीके से भारतीय दस्तावेज बनाने का भी आरोप है. आरोपी का नाम मोहम्मद सलीम अंसारी (33) है. वह बांग्लादेश के कॉक्स बाजार इलाके का निवासी है. जांच में यह बात भी सामने आयी है कि बेलडांगा में उसने अवैध आधार कार्ड दिखाकर एक किराये का मकान ले लिया था. उसने अपने पड़ोसियों को बताया था कि वह मूल रूप से बिहार का निवासी है. शुरू में उसने इलाके में एक दर्जी की दुकान में काम किया. बाद में वह मकरमपुर स्थित मस्जिद में इमाम बन बैठा. इसी समय आरोपी ने एक स्थानीय मदरसे में पढ़ाना भी शुरू कर दिया. आरोपी ने पूछताछ में यह भी बताया कि वह किसी और के नाम पर इमाम भत्ता भी वसूलता था. उसके पकड़े जाने पर यह सवाल उठने लगा कि एक बांग्लादेशी नागरिक बिना वैध दस्तावेजों के भारत में कैसे रह रहा था, और यहां तक कि धार्मिक और शैक्षणिक संस्थानों में पदों पर कैसे आसीन था? बीएसएफ ने आरोपी को कुचलीबाड़ी थाने की पुलिस को सौंप दिया है. आरोपी को सीमा पार कराने में मदद करने वाले दो भारतीयों के खिलाफ भी पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी गयी है. पुलिस मामले से जुड़े हर पहलू की जांच कर रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है