कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को ईरान-इस्राइल के संघर्ष पर अपनी चिंता व्यक्त की और केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह दोनों पश्चिम एशियाई देशों के बीच शत्रुता को समाप्त करने में मदद करने के लिए कूटनीतिक पहल करे. पिछले करीब 10 दिनों से जारी इस संघर्ष में इस्राइल और ईरान ने एक दूसरे के ठिकानों पर सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन दागे हैं. वहीं, रविवार रात अमेरिका द्वारा ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों पर बमबारी के बाद से तनाव और बढ़ गया है. पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि दुनिया के कई हिस्सों में युद्ध छिड़ गया है. ऐसी चीजें वायु और जल प्रदूषण का भी कारण बनती हैं. हमें इसे रोकने के लिए कदम उठाने होंगे. उन्होंने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि विदेशी मामले भारत सरकार के अधीन आते हैं. भारत सरकार को कूटनीतिक तरीके से पहल करनी चाहिए ताकि युद्ध रुक जाये. ममता ने यह भी स्पष्ट किया : मुझे विदेश मामलों और कूटनीतिक मुद्दों पर बोलने का अधिकार नहीं है. इस दुनिया के एक चिंतित नागरिक के रूप में ये मेरे व्यक्तिगत विचार हैं. मंगलवार को विधानसभा में खड़े होकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दोनों देश में बीच हुुए युद्ध पर उक्त बयान दिया. उन्होंने सदन में कहा कि भारत को युद्ध रोकने के लिए सही कदम उठाने चाहिए, नहीं तो दुनिया तबाह हो जायेगी, पर्यावरण पर गंभीर असर पड़ेगा. बता दें कि इससे पहले सीएम ममता बनर्जी रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर भी चिंता व्यक्त की थी. तब भी ममता बनर्जी ने केंद्र के कदमों या निर्णयों पर भरोसा जताया था. भारत-पाकिस्तान संघर्ष में भी सीएम पूरी तरह केंद्र के साथ खड़ी रहीं और एकता का संदेश दी थी.
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