पाकिस्तान के लिए जासूसी व टेरर फंडिंग के मामले में एनआइए को मिले महत्वपूर्ण तथ्य कोलकाता. पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और टेरर फंडिंग से जुड़े मामले की जांच में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) तमाम तथ्यों का पता लगाने में जुटा है. सूत्रों की मानें, तो तफ्तीश में एनआइए को कई महत्वपूर्ण तथ्य मिले हैं. बताया जा रहा है कि कोलकाता से करीब 10 लाख रुपये के संदिग्ध ट्रांजेक्शन हुए हैं. बुधवार को भी एनआइए ने दो व्यवसायियों से पूछताछ की है, जो महानगर के पोर्ट इलाके के रहने वाले हैं. आशंका जतायी जा रही है कि संदिग्ध वित्तीय ट्रांजेक्शन उनके जरिये हुए, हालांकि, यह अभी जांच का विषय है और आधिकारिक तौर पर एनआइए की ओर से कुछ नहीं कहा गया है.पिछले सप्ताह एनआइए ने पश्चिम बंगाल सहित देश के आठ राज्यों में लगभग 15 स्थानों पर छापेमारी की थी. महानगर में इकबालपुर, मोमिनपुर, पार्क सर्कस और तपसिया में भी अभियान चलाया गया था. अभियान के दौरान कुछ डिजिटल उपकरण, वित्तीय लेन-देन से संबंधित दस्तावेज और अन्य महत्वपूर्ण सामान जब्त किये गये थे. उन दस्तावेजों व डिजिटल उपकरणों की जांच में एनआइए को मामले से जुड़े कुछ अहम जानकारी मिलने की बात सामने आयी है. उसी बाबत पोर्ट इलाके के रहने वाले दो लोगों से पूछताछ की गयी है. गौरतलब है कि एनआइए हाल ने पिछले महीने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के तत्कालीन सहायक उपनिरीक्षक (एएसआइ) मोतीराम जाट को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में उससे मिले तथ्यों के आधार पर बंगाल समेत देश के अन्य राज्यों में छापेमारी की गयी. जांच एजेंसी को जाट की जासूसी गतिविधियों को लेकर कई महत्वपूर्ण तथ्य मिले हैं, जिसके तार कोलकाता से भी जुड़े हैं. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने टेरर फंडिंग के लिए कोलकाता को प्रमुख ठिकाने के तौर पर इस्तेमाल किये जाने की आशंका को भी पूरी तरह से खारिज नहीं किया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है