जेयू को है मेधावी विद्यार्थियों के अन्य संस्थानों में जाने का डर
कोलकाता. वेस्ट बंगाल ज्वाइंट एंट्रेस एक्जामिनेशंस (डब्ल्यूबीजेईई) गत 27 अप्रैल को आयोजित किया गया. हालांकि अब तक इस परीक्षा के नतीजे घोषित नहीं किये गये हैं. इसे लेकर जादवपुर यूनिवर्सिटी के शिक्षक संगठन ने चिंता व्यक्त की है. जादवपुर यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (जेयूटीए) के सदस्यों ने शिक्षा विभाग और डब्ल्यूबीजेईई बोर्ड से अपील की है कि शीघ्र जेईई के नतीजे घोषित किये जायें, वरना जादवपुर यूनिवर्सिटी आइआइटी, एनआइटी रैंक होल्डर्स मेधावियों को खो सकती है. ये मेधावी विद्यार्थी जेयू में दाखिला न लेकर कहीं और दाखिला ले लेंगे. जेयूटीए द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि नतीजों के आधार पर ही मेधावी छात्रों का दाखिला संभव है. जेयू-एफईटी में एडमिशन डब्ल्यूबीजेईई के नतीजों पर ही आधारित है.
जूटा के एक सदस्य ने कहा कि अगर नतीजों में विलंब किया गया तो मेधावी अन्य राज्यों में पलायन करेंगे, जिससे यहां सीटें खाली रह जायेंगी. जेईई एडवांस्ड के नतीजों के बाद काफी छात्र अन्य आइआइटी व एनआइटी में पहले ही जा चुके हैं. वे मेधावी छात्रों को खोना नहीं चाहते हैं. संगठन के अधिकारियों ने दावा किया कि हो रही देरी छात्रों और अभिभावकों को निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों की ओर प्रेरित कर रही है, इससे जेयू व अन्य सरकारी संस्थानों में मुख्य विभागों में सीटें खाली रह जायेंगी.
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