पुलिस ने आरोपी महिला नेता को हिरासत में लिया
प्रतिनिधि, खड़गपुर.
खड़गपुर शहर में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आयी है. आरोप है कि सोमवार को खरीदा इलाके में एक बुजुर्ग वामपंथी नेता अनिल दास को तृणमूल कांग्रेस की नेता बेबी कोले और उनके सहयोगियों ने सड़क पर बेरहमी से पीटा, जिससे वह जख्मी हो गये.
हैरानी की बात यह रही कि घटना के वक्त कई लोग मौजूद थे, पर किसी ने भी बुजुर्ग नेता को बचाने की कोशिश नहीं की. सभी मूकदर्शक बनकर मोबाइल में घटना की तस्वीरें कैद करते रहे. अनिल दास किसी तरह हमलावरों के चंगुल से निकलकर एक रंग की दुकान में घुस गये, लेकिन बेबी कोले और उनके सहयोगियों ने उन्हें दुकान से घसीट कर बाहर निकाला और फिर से हमले बोल दिये. हमलावरों ने उन पर स्याही जैसा कोई तरल पदार्थ भी फेंक दिया.
घटना के बाद पुलिस ने तृणमूल नेता बेबी कोले और उनके सहयोगियों को हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच हो रही है. पीड़ित नेता अनिल दास ने कहा : अगर मैं दुकान में भागकर नहीं जाता, तो मेरी जान भी जा सकती थी. अगर पुलिस इनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई नहीं करेगी, तो भविष्य में खड़गपुर शहर में कोई भी किसी की मदद नहीं करेगा. शहर में आतंक और जंगल राज कायम होने में देर नहीं लगेगी.
क्या है पूरा मामला : यह मामला तृणमूल नेता बेबी कोले के पड़ोसी राजेश साहू के मकान से जुड़ा है. राजेश साहू अपनी पत्नी और बेटे के साथ रहते हैं और आरोप है कि बेबी कोले उनके मकान को हड़पना चाहती हैं. कुछ दिनों पहले बेबी कोले ने राजेश और उनके मकान के बीच की एक साझा दीवार को जबरदस्ती तोड़ दिया था और राजेश के आंगन में अपनी स्कूटी पार्क कर रही थीं. इतना ही नहीं बेबी कोले ने कथित तौर पर राजेश के घर का पेयजल कनेक्शन और शौचालय का पाइप भी काट दिया था, जिससे उनके परिवार को काफी परेशानी हो रही थी. परेशान राजेश और उनकी पत्नी दुर्गा साहू ने इस बारे में आमरा वामपंथी के नेता अनिल दास से मदद मांगी थी.
अनिल दास ने दंपती को पुलिस में शिकायत दर्ज कराने और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की सलाह दी थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस होने की जानकारी और मामला तूल पकड़ने की आशंका से तृणमूल नेता बेबी कोले बौखला गयीं. वह कुछ महिलाओं के साथ पहुंचीं और अनिल दास को देखते ही उन पर अचानक हमला कर दिया. इससे इलाके में कुछ देर के लिए दहशत भी फैल गयी.
राजनीतिक दलों की निंदा, तृणमूल ने बनायी दूरी: इस घटना के बाद भाजपा, कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों ने घटना की कड़ी निंदा की है और आरोपियों की गिरफ्तारी व कड़ी सजा की मांग की है.
उधर, तृणमूल ने आरोपी महिला नेता व उनके सहयोगियों से दूरी बना ली है. पश्चिम मेदिनीपुर जिला तृणमूल अध्यक्ष सुजय हाजरा ने घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि तृणमूल ऐसी हरकतें करने वालों का कभी समर्थन नहीं करती. उन्होंने आश्वासन दिया कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगी.
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