संवाददाता, कोलकाता.
जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा के अंगराभाषा ग्राम पंचायत नंबर एक के अंतर्गत कलाबाड़ी चाय बागान से एक तेंदुआ तीन साल के एक बच्चे को उसके घर से उठा ले गया. बाद में घर से कुछ दूर चाय बागान से बच्चे का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया. मृत बच्चे का नाम आयुष कालंदी (3) था. घटना से पूरे बागान में हड़कंप मच गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात खाना खाने के बाद आयुष अपने दादा के साथ बागान के हुलाश लाइन स्थित घर में बैठा था. उसी समय अचानक एक तेंदुआ घुस आया और आयुष को पकड़ कर घसीट ले गया. जब परिवार के सदस्य चीखने-चिल्लाने लगे तो स्थानीय एक निवासी ने आयुष को बचाने की कोशिश की, लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ. तेंदुआ आयुष को चाय बागान की झाड़ियों में लेकर चला गया. आयुष के पिता नहीं हैं.
मां किसी तरह चाय बागान में मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करती है. घटना के तुरंत बाद वन विभाग के डायना और बिन्नागुड़ी रेंज के कर्मचारी मौके पर पहुंचे. बानरहाट थाने की पुलिस भी कुछ देर बाद मौके पर पहुंच गया, जिसके बाद देर रात बच्चे का क्षत-विक्षत शव चाय बागान की झाड़ियों से बरामद कर लिया गया. बागान के श्रमिकों का कहना है कि लंबे समय से तेंदुए के हमले होते रहे हैं. फिर भी वन विभाग द्वारा कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गयी है. उल्लेखनीय है कि पिछले साल 19 अक्तूबर को नागराकाटा के खेरकाटा गांव में एक तेंदुआ सुशीला गुवाला नाम की चौथी कक्षा की छात्रा को उसके आंगन से उठा ले गया था. बाद में उसका क्षत-विक्षत शव खेरकाटा के जंगल से बरामद किया गया था. वहीं, पिछले साल जुलाई में बानरहाट के तोतापारा चाय बागान में भी इसी तरह एक बच्चे की मौत हो गयी थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है