बच्ची की मां का आरोप
माकपा-कांग्रेस ने तृणमूल पर लगाया हमला करवाने का आरोप
कालीगंज में विजय जुलूस में बच्ची की मौत से राजनीति गरमायी
संवाददाता, कोलकाताकालीगंज उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद निकाले गये विजय जुलूस के दौरान बम फेंके जाने से एक नौ साल की बच्ची की मौत हो गयी. इस घटना के बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है और पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया है. मृत बच्ची की मां ने खुद को माकपा कार्यकर्ता बताया है. उनका आरोप है कि माकपा से जुड़े होने और तृणमूल को वोट न देने के कारण उनके घर को निशाना बनाकर बम फेंका गया. बच्ची की मौके पर ही मौत हो गयी. वाममोर्चा और कांग्रेस का तृणमूल पर सीधा हमला : माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने घटना को जानबूझकर की गयी हत्या बताया. उन्होंने कहा कि यह कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि लोकतंत्र की हत्या है. उनका कहना था कि उपचुनाव में जीत के बाद विजय उल्लास मनाने का अर्थ यह नहीं कि मासूम की जान ले ली जाये. उन्होंने आरोप लगाया कि इस वीभत्स कृत्य के पीछे पुलिस और सत्तापक्ष का संरक्षण है. चक्रवर्ती ने कहा कि उपचुनाव में वाम-कांग्रेस गठबंधन का वोट शेयर तीन प्रतिशत बढ़ा है, जिससे तृणमूल और भाजपा दोनों घबरा गये हैं. इसीलिए जनता के बीच डर और आतंक फैलाने के लिये इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस को कार्रवाई का निर्देश देने पर भी सवाल उठाया और कहा कि जनता को अब पुलिस पर भरोसा नहीं रहा है. प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे तृणमूल का ‘लोकतांत्रिक चेहरा’ बताया. कालीगंज की इस घटना ने एक बार फिर पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा और राजनीतिक बदले की बहस को हवा दे दी है. अब सबकी निगाहें पुलिस की जांच पर टिकी हैं.तृणमूल ने साजिश की आशंका जतायी, जांच की मांग :
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि कालीगंज में पार्टी को बड़ी जीत मिली है, जिससे कुछ लोग बौखला गये हैं. उन्होंने आशंका जतायी कि पार्टी को बदनाम करने के लिये किसी ने यह बम फेंका हो सकता है. उन्होंने मांग की कि पुलिस निष्पक्ष जांच करे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है