हुगली.
पाकिस्तान में तीन सप्ताह तक बंदी रहने के बाद सकुशल लौटे बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार साव फिलहाल पठानकोट में हैं. उन्हें अभी घर आने की अनुमति नहीं है. पूर्णम ने पठानकोट से वीडियो कॉल कर अपनी पत्नी रजनी साव को अपनी कुशलता की जानकारी दी. बुधवार रात उन्होंने फोन पर भी बात की और बताया कि वह पूरी तरह ठीक हैं. उन्होंने सहकर्मी के फोन से बात की क्योंकि उनके पास अपना मोबाइल नहीं है.रजनी साव ने बताया कि भारत-पाक के मौजूदा तनाव को देखते हुए उन्हें अभी घर लौटने की अनुमति नहीं मिली है. संभावना है कि अगले सप्ताह वह स्वयं पठानकोट जाकर उनसे मिलेंगी. उनकी पूर्व निर्धारित छुट्टी अगस्त में है, शायद तभी वह घर लौट सकें.भावुक होकर रजनी ने कहा कि पूरे देश ने उनके लिए प्रार्थना की और यह सबकी लड़ाई थी. जिस समय देश में भारत-पाक संघर्ष की आशंका थी, उस समय उनके पति पाकिस्तानी हिरासत में थे. सभी के सहयोग और प्रार्थनाओं से ही वह आज भारत में हैं. रजनी ने बताया कि उन्हें बीएसएफ हेडक्वार्टर से बुलावा मिल सकता है, जिसके बाद वह जल्द ही पठानकोट जाकर अपने पति से मिलेंगी. घर पर भी जवान के स्वागत की तैयारियां शुरू हो गयी हैं. रजनी ने कहा कि जब भी पूर्णम घर लौटेंगे, उनके लिए एक भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया जायेगा. उधर, माकपा नेताओं ने पूर्णम के घर पहुंचकर उनकी पत्नी रजनी और मां देवंती देवी से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है