संवाददाता, कोलकाता
कोलकाता पुलिस ने साइबर अपराधों और सड़क हादसों से लोगों को बचाने के लिए एक नयी पहल शुरू की है. अब स्कूली बच्चे ‘पुलिस अंकल’ से सीखकर अपने माता-पिता और बड़े-बुजुर्गों को साइबर ठगी से बचने और ट्रैफिक नियमों का पालन करने के बारे में जागरूक करेंगे. पुलिस का मानना है कि घरों में बड़े-बुजुर्ग अक्सर बच्चों की बातों को गौर से सुनते और मानते हैं, इसलिए यह तरीका ज्यादा प्रभावी साबित होगा.
बेहला से हुई शुरुआत, मिलेगा पूरे शहर को फायदा ; लिस सूत्रों के अनुसार, इस अभियान की शुरुआत बेहला इलाके से की गयी है. यहां के विभिन्न स्कूलों में पुरुष और महिला पुलिस अधिकारी, शिक्षकों की मौजूदगी में मुख्य रूप से माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित कर रहे हैं. इन ‘क्लासेज’ में उन्हें साइबर क्राइम से बचने के तरीके और सड़क दुर्घटनाओं से खुद को सुरक्षित रखने के उपायों के बारे में बताया जा रहा है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने लोगों को जागरूक करने के लिए कई कदम उठाये हैं. लेकिन फिर भी साइबर जालसाज विभिन्न तरीकों से लोगों को फंसाकर पल भर में मोटी रकम ऐंठ ले रहे हैं. इसीलिए अब स्कूली छात्रों को ट्रेनिंग दी जा रही है. इसमें डिजिटल ठगी से लेकर एटीएम ठगी तक से बचने के तरीकों के बारे में बताया जा रहा है कि कैसे जालसाज लोगों को अपना सॉफ्ट टारगेट बना रहे हैं, कैसे डर या लालच दिखाकर पैसे ठगते हैं.
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