कोलकाता.
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से तृणमूल कांग्रेस सरकार व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि देश के अन्य राज्यों में ओबीसी का मतलब है अन्य पिछड़ा वर्ग. लेकिन पश्चिम बंगाल में ओबीसी का मतलब है – ””वन-साइडेड बेनिफिशियरी क्लास”” यानी एकतरफा लाभार्थी वर्ग. श्री अधिकारी ने मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में पेश की गयी नयी ओबीसी आरक्षण नीति को झूठ का पुलिंदा करार दिया. उन्होंने तृणमूल सुप्रीमो पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया और ओबीसी आरक्षण को लेकर 2010 के पहले व वर्तमान नीति के आंकड़े पेश किये. उन्होंने कहा कि यदि यह आरक्षण सूची जान-बूझकर हिंदुओं और अन्य समुदायों को वंचित करके केवल मुस्लिमों को ””एकतरफा लाभ”” प्रदान करने के इरादे से तैयार नहीं की गयी है, तो सूरज पश्चिम से उगता है. श्री अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार द्वारा तैयार की गयी नयी सूची न्यायालय की अवमानना है.शुभेंदु की आलोचना पर कुणाल का पलटवार
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की आलोचना पर तृणमूल के प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता कुणाल घोष ने पलटवार किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि “विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ‘फूट डालो और राज करो’ की राजनीति कर रहे हैं. वर्ष 2026 में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उनका एकमात्र एजेंडा हिंदुओं को मुसलमानों के खिलाफ खड़ा करना है. हालांकि, मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि ओबीसी दर्जे का एकमात्र मानदंड पिछड़ापन है, धर्म नहीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है