संवाददाता, कोलकाता
तीन साल पहले पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल के चुनावों में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस समर्थित डॉक्टरों पर डॉ सुशांत राय और अन्य के नेतृत्व में चुनाव में धांधली किये जाने का आरोप है. जिसमें विरोधियों के मतपत्रों को नष्ट करना, वोटिंग मतपत्र को क्षति पहुंचाने और नकली मतपत्रों को छापने और इसे मतपेटी में डालने सहित कई अन्य आरोप लगे थे. इसके विरोध में सर्विस डॉक्टर फोरम और मेडिकल सर्विस सेंटर सह वेस्ट बंगाल ज्वाइंट प्लेट फॉर्म ऑफ डॉक्टर की ओर से दर्ज किये गये मामले में कलकत्ता हाइकोर्ट ने सुरक्षित रखे गये मत पत्रों की अगले सात कार्य दिवस में जांच किये जाने का निर्देश दिया है. बुधवार से ही जांच के निर्देश दिये गये थे. लेकिन आरोप है कि वेस्ट बंगाल मेडिकल काउंसिल इस कार्य में सहयोग नहीं कर रहा था. ऐसे में सर्विस डॉक्टर फोरम सह अन्य चिकित्सक संगठन इस मामले को लेकर दोबारा कोर्ट पहुंचे. हाइकोर्ट ने जांच प्रक्रिया को शुक्रवार से शुरू करने का निर्देश दिया है. वहीं अब सात अगस्त को इस मामले की फिर से सुनवाई होगी. चिकित्सक सगंठनों ने कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया है. इस मामले में सर्विस डॉक्टर फोरम के कोषाध्यक्ष डॉ सपन विश्वास ने कहा कि वे अदालत के इस फैसले का स्वागत करते हैं.
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