कोलकाता.
पांच वर्ष पहले कोरोना काल के समय 2020 में कोलकाता के एक व्यवसायी ने मुंबई की एक कंपनी को ऑक्सीमीटर मंगाने के लिए ऑर्डर किया था. इसके लिए उन्होंने उस कंपनी को चार लाख रुपये एडवांस भी दिये थे. पीड़ित व्यवसायी का आरोप है कि तब से लेकर इस साल तक मुंबई से कोलकाता ऑक्सीमीटर नहीं पहुंचा. आखिरकार ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित व्यवसायी ने इसकी शिकायत दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर थाने में दर्ज करायी. पुलिस के मुताबिक पीड़ित व्यवसायी का कार्यालय भवानीपुर थानाक्षेत्र में स्थित चक्रबेरिया नॉर्थ रोड में है. पीड़ित ने शिकायत में बताया कि वर्ष 2020 में कोरोना काल में जब ऑक्सीमीटर की मांग चरम पर थी, तब मुंबई के कुर्ला ईस्ट की एक कंपनी के अधिकारियों से भवानीपुर के उक्त व्यवसायी ने संपर्क किया था. उन्हें पता चला कि वह कंपनी एक हजार रुपये का ऑक्सीमीटर 400 रुपये में बेच रही है. तब वह ऑक्सीमीटर खरीदने को तैयार हो गये. मुंबई की कंपनी ने उनसे कहा कि 10 लाख रुपये की जगह चार लाख रुपये में 1000 ऑक्सीमीटर दिये जायेंगे. चूंकि उस समय यात्री परिवहन पूरी तरह बंद था, इसलिए कोलकाता का व्यवसायी मुंबई भी नहीं जा सकता था. उन्होंने बैंक ट्रांजेक्शन के जरिये पैसे भेज दिया.लंबे समय तक इंतजार करने के बावजूद उनके पास मुंबई से ऑक्सीमीटर नहीं पहुंचा. इसके बाद से व्यवसायी कई बार मुंबई की कंपनी से संपर्क करता रहा. पांच साल तक इंतजार करने के बाद कारोबारी ने मुंबई की कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करायी. शिकायत के आधार पर पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि मुंबई की कंपनी के मालिक को तलब करने की तैयारी की जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है