कोलकाता. प्रदेश भाजपा द्वारा दावा किया जाता रहा है कि राज्य में भाजपा के सदस्यों की संख्या 61 लाख है, साथ ही सक्रिय सदस्यों की संख्या 60 हजार के करीब है. लेकिन जब पार्टी का कोई कार्यक्रम होता है तो ये कार्यकर्ता नजर नहीं आते हैं. हाल ही में पार्टी की सांगठनिक बैठक में नेता प्रतिपक्ष शभेंदु अधिकारी ने यह सवाल उठाया था. उन्होंने सांगठनिक कमजोरी की भी पहचान की थी. बूथ कमेटियों की बदहाली को लेकर भी सवाल उठे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बूथ कमेटी की बदहाली पर केंद्रीय नेतृत्व भी नाराज है. प्रदेश भाजपा के प्रभारी सुनील बंसल ने भी इस पर कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने सात जून तक राज्य में 65 हजार बूथ कमेटी के गठन का निर्देश दिया है. यह बताया गया है कि बंगाल में 6400 बूथ है, जहां अल्पसंख्यकों का प्रभाव है. बाकी कम से कम 10 हजार ऐसे बूथ हैं, जहां भाजपा के पास एजेंट बैठाने की क्षमता नहीं है, यह पार्टी की आंतरिक समीक्षा में सामने आयी है. इन बूथों पर शक्ति बढ़ाने की योजना बनायी जा रही है. यह लगभग 16 हजार बूथों को छोड़ कर बाकी पर बूथ कमेटी का गठन करने को कहा गया है. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का कहना है कि जून के मध्य में बूथ कमेटी की समीक्षा की जायेगी.
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