कोलकाता.
पश्चिम बंगाल सरकार ने बांग्लार बाड़ी योजना के तहत राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में रहनेवाले 12 लाख लोगों को पक्का मकान बनाने के लिए 60-60 हजार रुपये प्रदान की थी. राज्य सरकार की ओर से दिसंबर 2024 में यह राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में जमा की गयी थी, लेकिन बताया जा रहा है कि इन 12 लाख लाभार्थियों में से लगभग 28 प्रतिशत ने किस्त के रूप में मिली राशि को खर्च नहीं किया है. पंचायत विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लार बाड़ी (ग्रामीण) की पहली किस्त 72.10 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने खर्च कर दी है, लेकिन 28 प्रतिशत ने राशि खर्च नहीं की है. इसी बीच, राज्य सरकार ने योजना के तहत दूसरी किस्त जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. हालांकि, राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि उपभोक्ताओं को पहली किस्त खर्च करने के बाद ही दूसरी किस्त मिलेगी.बताया गया है कि लगभग 1.2 मिलियन लाभार्थियों में से, 865,164 लाभार्थियों ने अब तक पहली किस्त के साथ नींव से लेकर लिंटल तक अपने घरों का निर्माण पूरा कर लिया है.
पंचायत विभाग ने जिलों को निर्माण कार्यों की समीक्षा, सही बैंक खाते का सत्यापन और निरीक्षण में किसी भी तरह की चूक के बिना लाभार्थियों को दूसरी किस्त जारी करने का निर्देश दिया है.हालांकि दूसरी किस्त के वितरण की प्रक्रिया शुरू हो गयी है, लेकिन राज्य सचिवालय कई जिलों के प्रदर्शन से असंतुष्ट है.
किस जिले में कितना हुआ काम
दक्षिण 24 परगना जिले में मात्र 50.19 प्रतिशत लाभार्थियों ने पहली किस्त के साथ काम पूरा किया है. इस जिले के 1,63,539 में से 82,073 उपभोक्ताओं ने अब तक प्रथम किस्त के साथ नींव से लिंटन तक का कार्य पूरा कर लिया है. दक्षिण दिनाजपुर जिले में 40,043 उपभोक्ताओं में से 25,127 उपभोक्ताओं (62.75 प्रतिशत), कूचबिहार में 66. 96 प्रतिशत, मुर्शिदाबाद जिले में 67.66 प्रतिशत, सिलीगुड़ी उपजिला परिषद में 67.66, मालदा जिले में 68.15 प्रतिशत लाभार्थियों ने प्रथम किस्त की राशि से नींव से लेकर लिंटन तक का काम पूरा कर लिया है. हालांकि, नदिया और पश्चिम बर्दवान जिलों में 90 प्रतिशत से अधिक लाभार्थियों ने पहली किस्त की राशि खर्च कर दी है.
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