संवाददाता, कोलकाता
साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज के अधिकारियों ने 24 वर्षीय छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में तीन आरोपियों को संस्थान से निष्कासित कर दिया है. संस्थान से निष्कासित किये गये लोगों में मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा भी शामिल है, जो कॉलेज में संविदा कर्मचारी था. मिश्रा के साथ ही सह-आरोपियों जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी को भी निष्कासित कर दिया गया है. दोनों इस लॉ कॉलेज के छात्र हैं. तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. तृणमूल कांग्रेस के विधायक अशोक देब की अध्यक्षता में कॉलेज के शासी निकाय (गवर्निंग बॉडी) की बैठक के बाद मिश्रा की सेवाओं को समाप्त करने और दो छात्रों को निष्कासित करने की घोषणा की गयी. देब ने संवाददाताओं से कहा: मिश्रा की सेवाओं को समाप्त करने का फैसला किया गया है, वहीं दो छात्रों को तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया जायेगा. संस्थान परिसर की सुरक्षा के लिए नियुक्त सुरक्षा एजेंसी को भी कारण बताओ नोटिस भेजा जायेगा. आरोपी मिश्रा से वेतन भी वापस लिया जायेगा. कॉलेज प्रशासन की यह कार्रवाई कथित घटना को लेकर बढ़ते जनाक्रोश के बीच की गयी है. कॉलेज के उप-प्राचार्य के अनुसार, मिश्रा को करीब 45 दिन पहले ठेके पर नियुक्त किया गया था. मिश्रा पहले संस्थान का छात्र था और 2013 में उसने दाखिला लिया था. उस वर्ष, चेतला पुल पर एक युवक को चाकू मारने के आरोप के बाद उसे संस्थान से निकाल दिया गया था. बाद में उसने फिर दाखिला ले लिया.
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