कोलकाता. बांग्ला बोलने पर संदिग्ध बांग्लादेशी बता कर मालदा जिले के सात प्रवासी मजदूरों को गुड़गांव में उत्पीड़न का सामना करना पड़ा. अंततः, उन्हें मालदा जिला पुलिस ने बचाया. उनके जल्द ही अपने घर लौटने की उम्मीद है. सात प्रवासी मजदूरों के नाम अजमल हुसैन, उस्मान अली, लोकमान अली, मोनिरुल इस्लाम, सादिकुल हक, प्रकाश दास व अभिजीत दास है. ये सभी मालदा के हरिश्चंद्रपुर के दौलतपुर के निवासी हैं. वे गुड़गांव में सफाई का काम करते हैं. बताया जा रहा है कि गुड़गांव पुलिस ने बांग्लादेशी होने के संदेह में सातों को गिरफ्तार किया था. वैध पहचान पत्र दिखाने के बाद भी कुछ नहीं हुआ. जैसे ही यह खबर उनके परिजनों को लगी, उनलोगों ने तुरंत जिला पुलिस से संपर्क किया. बिना एक पल भी गंवाये मालदा के पुलिस अधीक्षक ने फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त से संपर्क किया. जिला पुलिस अधीक्षक ने प्रवासी मजदूरों के कई वैध पहचान पत्र भेजे. इसके बाद सातों को रिहा कर दिया गया.
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