कोलकाता. खिदिरपुर के ऑर्फनगंज मार्केट में रविवार देर रात 1:45 बजे लगी भीषण आग के 36 घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी सोमवार शाम से लेकर मंगलवार तक कई दुकानों से रुक-रुककर धुआं और चिंगारियां निकलती रहीं. इसे देखते हुए दमकलकर्मी मंगलवार को भी कूलिंग प्रक्रिया जारी रखे हुए थे. इसी बीच, मंगलवार को फॉरेंसिक विभाग की टीम घटनास्थल पर आग लगने के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए नमूने इकट्ठा करने पहुंची. उनके साथ स्थानीय वाटगंज थाने की पुलिस भी मौजूद थी. बताया जा रहा है कि चिंगारी निकलने के कारण फॉरेंसिक टीम कुछ ही जगहों से आवश्यक नमूने एकत्रित कर पायी और सभी दुकानों की जांच नहीं कर सकी. फॉरेंसिक सूत्रों के अनुसार, शुरुआती तौर पर आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगने का अनुमान है. दुकानदारों को राख में उम्मीद की तलाश : आग से मार्केट की दुकानें पूरी तरह जल जाने के बाद मंगलवार को वहां सिर्फ मलबा और राख ही बचा था. चारों तरफ टूटे हुए लोहे के शेड और राख बिखरे पड़े थे. इस बीच, कई दुकानदार अपनी दुकानों में बचे हुए सामान की आस में राख से सामान ढूंढते दिखे. कुछ दुकानदार अपनी दुकान की तिजोरी से जले हुए सिक्के निकालते हुए भी पाये गये, जबकि कई अपने बचे सामान को निकालकर सुरक्षित जगह रख रहे थे. इस भयावह घटना के बाद दुकानदारों को अपने भविष्य की चिंता सता रही है.
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