कोलकाता.
राज्य में इस बार रथयात्रा उत्सव को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस व मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के बीच खींचतान शुरू हो गयी है. ममता बनर्जी की सरकार की ओर से दीघा में नये जगन्नाथ मंदिर का निर्माण किया गया है और इस बार मुख्यमंत्री दीघा में रथयात्रा का उद्घाटन करेंगी. इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से दीघा के जगन्नाथ मंदिर का प्रसाद लोगों के घर-घर पहुंचाया जा रहा है. इसी बीच, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी पुरी के जगन्नाथ मंदिर का प्रसाद वितरण करने की घोषणा की है. शुभेंदु ने बुधवार को कहा कि पुरी के जगन्नाथ मंदिर का प्रसाद 27 जून को रथयात्रा के दिन से पांच दिनों तक तमलुक शहर के एक मंदिर से लोगों के बीच वितरित किया जायेगा. भाजपा नेता ने यह घोषणा ऐसे समय में की है, जब राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार दीघा के जगन्नाथ मंदिर का प्रसाद पूरे राज्य में लोगों में वितरित कर रही है.इस मंदिर का उद्घाटन 30 अप्रैल को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया था. गौरतलब है कि तमलुक और दीघा दोनों ही राज्य के पूर्व मेदिनीपुर जिले में स्थित हैं. श्री अधिकारी ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर दीघा में जगन्नाथ मंदिर के प्रसाद के नाम पर स्थानीय मिठाइयां बांटने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पुरी जगन्नाथ मंदिर का प्रसाद तमलुक स्थित गौरांग महाप्रभु मंदिर से रथयात्रा के दिन से पांच दिनों तक लोगों के बीच वितरित किया जायेगा.
तृणमूल ने किया कटाक्ष : इधर तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता जयप्रकाश मजूमदार ने कहा : केवल शुभेंदु अधिकारी ही धर्म को लेकर प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जब आम बंगाली दुर्गापूजा उत्सव के दौरान देवी को प्रणाम करने जाते हैं, तो वे स्थानीय दुकानों से ही मिठाइयां खरीदते हैं. तृणमूल नेता ने इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने का आग्रह करते हुए कहा : शुभेंदु अधिकारी धर्म के नाम पर फुटबॉल खेल रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है