आरपीएफ ने दो तस्करों को किया गिरफ्तार
नाबालिगों को ओडिशा ले जाने के फिराक में थे तस्कर
धौली एक्सप्रेस में सवार होने के लिए पहुंचे थे शालीमार स्टेशन
संवाददाता, हावड़ा
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने शालीमार स्टेशन पर दो कथित मानव तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. ये तस्कर काम दिलाने के बहाने छह नाबालिग बच्चों को धौली एक्सप्रेस से ओडिशा ले जाने के फिराक में थे. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नीतीश कुमार (21) और बाबुल कुमार (20) के रूप में हुई है. दोनों बिहार के अररिया जिले के रहने वाले हैं. आरपीएफ ने इन दोनों को गिरफ्तार कर छह बच्चों को बचाया है. जानकारी के अनुसार, बरामद किये गये सभी बच्चे बिहार और झारखंड के गरीब परिवारों से ताल्लुक रखते हैं. आरोपी ऐसे परिवारों के माता-पिता को पैसों का लालच देकर उनके बच्चों को अपने साथ ले जाते थे.
सोमवार सुबह करीब 7:30 बजे शालीमार स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर दो युवक छह नाबालिग बच्चों के साथ संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए दिखायी दिये. ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ अधिकारियों को शक हुआ और उन्होंने तुरंत उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी. पूछताछ के दौरान दोनों युवकों ने आरपीएफ अधिकारियों को बताया कि वे लड़कों को 12,000 रुपये मासिक वेतन पर काम के लिए ओडिशा के जाजपुर के केयोंझर ले जा रहे थे. हालांकि, वे यह नहीं बता पाये कि नाबालिगों को वास्तव में कहां ले जाया जा रहा था. शुरुआती जांच में आरपीएफ ने अनुमान लगाया कि नाबालिग लड़कों को मानव तस्करी के मकसद से ओडिशा ले जाया जा रहा था. उनके पास से सात रेल टिकट भी बरामद किये गये हैं. आरपीएफ ने पकड़े गये युवकों को शालीमार जीआरपी को सौंप दिया है. पुलिस ने उनके खिलाफ तस्करी और बाल संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है. सभी नाबालिगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है.
दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर मंडल के एएससी शालीमार राधेश्याम चौबे ने बताया कि मानव तस्करी के खिलाफ शालीमार स्टेशन पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. पोस्ट के इंस्पेक्टर एके सिंह की टीम ऐसे अपराधों को रोकने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है.
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