कोलकाता.
उत्तर बंगाल और सिक्किम में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश से जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों से होकर गुजरने वाली तीस्ता, महानंदा, जलढाका समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे आसपास और निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गयी है. उत्तर बंगाल की नदियों में बढ़ते जल स्तर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चिंता जाहिर की और उन्होंने राज्य के सिंचाई मंत्री मानस भुइयां को परिस्थिति का जायजा लेने के लिए उत्तर बंगाल का दौरा करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही राज्य सरकार ने उत्तर बंगाल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए विशेष टीम का भी गठन किया है, जिसमें पांच वरिष्ठ आइएएस अधिकारी समेत आठ अधिकारियों को शामिल किया गया है.मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर बुधवार को राज्य के सिंचाई व जल संसाधन विकास मंत्री मानस भुइयां ने उत्तर बंगाल का दौरा किया. बुधवार को वहां पहुंचने के बाद सिंचाई मंत्री ने उत्तर बंगाल में बाढ़ की परिस्थिति को लेकर उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा, सिंचाई राज्य मंत्री शबीना यास्मीन, सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देब सहित जिले के अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की.
वहीं, उत्तर बंगाल में आपदा की स्थिति से निबटने के लिए नबान्न ने एक विशेष टीम का गठन किया है, जिसमें आइएएस अधिकारी और वरिष्ठ इंजीनियर सहित आठ सदस्य शामिल हैं. बताया गया है कि इस टीम का नेतृत्व उत्तर बंगाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव दुष्यंत नरियाला कर रहे हैं.इस टीम में कृषि विभाग के सचिव ओंकार सिंह मीना, पंचायत विभाग के प्रधान सचिव पी उल्गानाथन, स्वास्थ्य विभाग के सचिव सुभंजन दास और पश्चिम बंगाल बिजली वितरण कंपनी के निदेशक (एचआर) अभिजीत लटुआ शामिल हैं. इसके अलावा उत्तर बंगाल के लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी और सिंचाई विभागों के तीन मुख्य इंजीनियरों को टीम में शामिल किया गया है.
सीएम ने हालात पर मांगी विस्तृत रिपोर्ट
राज्य सचिवालय के सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार सुबह उत्तर बंगाल के हालात पर राज्य के शीर्ष अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी. साथ ही उन्होंने सभी विभागों को युद्धस्तर पर काम करने का आदेश दिया. मुख्यमंत्री के निर्देश पर आनन-फानन में टीम गठित की गयी और सभी सदस्य उत्तर बंगाल के लिए रवाना हो गये.
मौसम विभाग ने दी उत्तर बंगाल में और अधिक बारिश की चेतावनी
दूसरी ओर मौसम विभाग ने बताया है कि अगले कुछ दिनों में उत्तर बंगाल में और अधिक बारिश हो सकती है, जिससे स्थिति और जटिल होने की आशंका है. उत्तर बंगाल में पहले ही कई नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं. बुधवार को बैठक के दौरान सिंचाई मंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से नदी किनारे और निचले इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का निर्देश दिया. जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया है कि आपातकालीन राहत शिविर और चिकित्सा सेवाओं की व्यवस्था की गयी है.
सिंचाई मंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा
इस बीच, राज्य के सिंचाई मंत्री बुधवार को बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचने के बाद सीधे बालासा नदी से सटे प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करने पहुंचे. वहां की स्थिति देखकर उन्होंने नाराजगी जतायी और कहा कि राहत व बचाव कार्य में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि हमारी मां-माटी-मानुष की सरकार आम लोगों के साथ है. बताया गया कि अगले तीन दिनों में सिंचाई मंत्री मानस भुइयां उत्तर बंगाल के तीन जिलों दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी और अलीपुरदुआर में जिला प्रशासन के साथ कई बैठकें करेंगे. इसके साथ ही वे प्रभावित इलाकों का दौरा कर राहत कार्य, जलापूर्ति, स्वास्थ्य सेवाओं और बचाव कार्य की प्रगति की समीक्षा करेंगे.
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