विधानसभा में पेश हुआ विधेयक सोमवार को पारित होने की उम्मीद
संवाददाता, कोलकाताशुक्रवार को विधानसभा में नेताजी सुभाष खेल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय विधेयक, 2025 पेश किया गया. शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने भोजनावकाश के बाद विधेयक सदन में रखा, जिस पर लगभग डेढ़ घंटे चर्चा हुई. सोमवार को इस पर डेढ़ घंटे की और चर्चा होगी, जिसके बाद इसे पारित कर दिया जायेगा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सोमवार को चर्चा में शामिल हो सकती हैं. इस विधेयक का मुख्य उद्देश्य राज्य में एक और निजी विश्वविद्यालय की स्थापना करना है, जो पूरी तरह से खेल और उद्यमिता पर केंद्रित होगा. राज्य सरकार के मुताबिक, खेल और उद्यमिता से जुड़ा यह राज्य का पहला विश्वविद्यालय होगा. इसकी स्थापना हुगली जिले के चुंचुड़ा में की जायेगी और इसका संचालन चुंचुड़ा नेताजी वेलफेयर ट्रस्ट करेगा.विधेयक पर चर्चा के दौरान विधानसभा में अप्रत्याशित स्थिति देखने को मिली. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों के लगभग आधे घंटे के विरोध प्रदर्शन के बाद विपक्षी भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया. भाजपा की अनुपस्थिति में तृणमूल के मोहम्मद अली, देवाशीष कुमार, श्यामल मंडल, डॉ राणा चटर्जी, सुकांत पाल और रफीकुल रहमान ने पहले दिन की चर्चा में भाग लिया. इस बिल पर बोलते हुए तृणमूल विधायक देवाशीष कुमार ने बताया कि देश में कई खेल विश्वविद्यालय हैं, लेकिन यह पहला शिक्षण संस्थान होगा जहां अंडर ग्रेजुएट के साथ पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी की भी व्यवस्था होगी. इसमें स्पोर्ट्स लॉ और स्पोर्ट्स जर्नलिज्म जैसे विषयों की पढ़ाई कराई जायेगी, जिससे खेल क्षेत्र को बहुत लाभ मिलेगा. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि इस विश्वविद्यालय में जरूरतमंद परिवारों के 10% बच्चों को अवसर प्रदान किया जाये.
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