कोलकाता. पश्चिम बंगाल सरकार सीमावर्ती जिलों में बाड़ लगाने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को जमीन मुहैया करायेगी. राज्य सचिवालय ने सीमावर्ती जिलाें के डीएम को कुल 356 एकड़ जमीन बीएसएफ को हस्तांतरित करने का निर्देश दिया है. गौरतलब है कि राज्य के गृह व पर्वतीय मामलों के विभाग की ओर से जिलों को यह दिशा-निर्देश भेज दिया गया है.
उल्लेखनीय है कि भाजपा राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाती रही है. केंद्र सरकार का भी कहना है कि राज्य सरकार द्वारा जमीन आवंटित नहीं किये जाने के कारण भारत-बांग्लादेश सीमा पर बाड़ लगाने का काम अधर में अटका हुआ है. जानकारी के अनुसार, भारत-बांग्लादेश सीमा पर बाड़ लगाने के लिए केंद्र सरकार ने राज्य से जमीन अधिग्रहण करने के लिए कहा है. केंद्र ने अब तक 680 एकड़ जमीन खरीदने के लिए राज्य सरकार को राशि प्रदान कर दी है. इसमें से राज्य सरकार ने 324 एकड़ जमीन बीएसएफ को हस्तांतरित कर दिया है, लेकिन अभी भी 356 एकड़ जमीन का हस्तांतरण बाकी है. इसे लेकर केंद्र व राज्य सरकार के बीच खींचतान शुरू हो गयी थी. हालांकि, अब राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को उनके अधिकार क्षेत्र में स्थित जमीनों को जल्द से जल्द बीएसएफ को हस्तांतरित करने के लिए कहा है. गौरतलब है कि पिछले रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह महानगर दौरे पर आये थे और उस समय भी श्री शाह ने सीमा की सुरक्षा को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार पर उदासीनता का आरोप लगाया था. गृह मंत्री ने कहा था कि राज्य सरकार द्वारा जमीन मुहैया नहीं कराये जाने के कारण भारत-बांग्लादेश सीमा पर बाड़ लगाने का काम अधर में अटका हुआ है, जिसकी वजह से यहां घुसपैठ हो रही है. इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव ने इस मुद्दे पर राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत, गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की थी और जल्द से जल्द जमीन हस्तांतरित करने के लिए कहा था. उल्लेखनीय है कि भारत और बांग्लादेश के बीच 4156 किलोमीटर की सीमा में से 3271 किलोमीटर पर भारत ने बाड़ लगा दी है. अभी 885 किलोमीटर सीमा पर बाड़ लगाना बाकी है.बीएसएफ चौकियों का भी करेगी निर्माण
राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य के सीमावर्ती जिले – मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना व कूचबिहार के जिलाधिकारियों को जल्द से जल्द जमीन का हस्तांतरण करने के लिए कहा गया है. कहा गया है कि बीएसएफ को जिन क्षेत्रों में जमीन की आवश्यकता है, उन इलाकों में जाकर जमीन मालिक से मुलाकात कर जल्द से जल्द संपत्ति खरीदनी होगी और इसे बीएसएफ को हस्तांतरित करना होगा. बताया गया है कि जमीन मिलने के बाद बीएसएफ द्वारा इन इलाकों में सीमा पर बाड़ लगाने का काम शुरू किया जायेगा. साथ ही कई जगहों पर बीएसएफ की चौकियां भी स्थापित की जायेंगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है