कोलकाता.
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दिया है. भारत की सीमा पार किये बैगर पाकिस्तान में आतंकी अड्डों को उड़ाया दिया गया. देश में पहली बारी किसी राज्य सरकार द्वारा सेना के सम्मान में विधानसभा में प्रस्ताव लाया गया, जिसे सर्व सहमति से पारित भी कर दिया गया. पर विधानसभा में इस प्रस्ताव के पेश किये जाने के दौरान सदन ने जम कर हंगामा हुआ. इस दौरान सदन में ””मोदी”” और ””दीदी”” के नारे भी लगे. सदन को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने पूछा : सिंदूर नाम पर आपत्ति क्यों? उन्होंने प्रस्ताव में ऑपरेशन सिंदूर के नाम को उल्लेख करने का प्रस्ताव भी स्पीकर बिमान बनर्जी को दिया. हालांकि, उनके इस संशोधन प्रस्ताव को स्पीकर ने ठुकरा दिया. मंगलवार को विधानसभा सत्र में प्रस्ताव पर विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी आक्रामक दिखे. उन्होंने सवाल किया कि सेना को धन्यवाद देने वाले प्रस्ताव में ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र क्यों नहीं है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह राज्य में किसके खिलाफ लड़ रहे हैं. शुभेंदु के भाषण के दौरान तृणमूल और भाजपा के विधायक सदन कक्ष में जोर-जोर से चिल्लाने लगे. दोनो तरफ से ””दीदी”” और ””मोदी”” के नारे लगाये गये. बता दें कि सदन में अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने इस प्रस्ताव को पेश किया था. इस प्रस्ताव पर तृणमूल और भाजपा के 17 विधायकों ने अपनी बात रखी. इस दौरान विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने वंदे मातरम् कहकर अपना भाषण शुरू किया. उन्होंने प्रस्ताव लाने के लिए अध्यक्ष को धन्यवाद दिया. इसके बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता ने भारतीय सेना की तारीफ की. उन्होंने कहा : जब भारत माता घायल हुई थीं, तब हमारे वीर जवानों ने पाक अधिकृत कश्मीर 100 किलोमीटर अंदर मसूद अजहर को छोड़ कर उसके लगभग सभी आतंकियों को मार गिराया था. उन्होंने कहा : मैं बीएसएफ और अर्धसैनिक बलों समेत सभी का आभार व्यक्त करता हूं.इसके बाद उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी के दो विधायकों पर कटाक्ष करते हुए कहा : ब्रात्य बसु ने शहीद जवान झंटू शेख और चंद्रिमा भट्टाचार्य, कर्नल सोफिया कुरैशी के नाम का उल्लेख कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह राजनीति करने का समय नहीं है. एनडीए सरकार ने एपीजे अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति बनाया था. तृणमूल ने भी इसका समर्थन किया था. पीएम मोदी ने जाति से ऊपर उठकर नजमा हेपतुल्ला और आरिफ खान को राज्यपाल बनाया. उन्होंने कहा पहलगाम में धर्म व नाम पूछ कर लोगों की हत्या कर दी गयी थी. उनके भाषण के दौरान तृणमूल कांग्रेस की ओर से सवाल उठाया गया, क्या आप शहीद जवान झंटू अली शेख के घर गये थे? शुभेंदु ने जवाब दिया : हां, मैं गया था. तृणमूल नेता व स्थानीय विधायक माणिक भट्टाचार्य यह जानते हैं. उन्होंने कहा, लड़ाई उन लोगों के खिलाफ है जो यहां से पाकिस्तान की बात करते हैं. जो भारत में रहकर पाकिस्तान का समर्थन करते हैं. उनके भाषण के दौरान तृणमूल कांग्रेस के कुछ विधायकों ने नारेबाजी की. उस समय मुख्यमंत्री अरूप विश्वास, फिरहाद हकीम और अन्य ने उन विधायकों को चुप कराया.
शुभेंदु ने स्पीकर से किया सवाल :
बता दे कि स्पीकर की ओर से पेश किये गये प्रस्ताव में ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख क्यों नहीं किया गया. शुभेंदु ने पूछा आपके प्रस्ताव में सिंदूर नाम पर आपत्ति क्यों है? शिउली साहा ने कहा : क्या हर कोई सिंदूर लगाता है? तृणमूल विधायक को जवाब देते हुए शुभेंदु ने कहा : हां, माकु (माकपा) सिंदूर नहीं लगाते हैं. वे चीन का समर्थन करते हैं. जो लोग धर्म का पालन नहीं करते, वे इसे नहीं लगाते. शुभेंदु ने इस दौरान फिरहाद हकीम को भी आड़े हाथों लिया. विपक्ष के नेता के पास सेना को धन्यवाद देने के प्रस्ताव पर 18 मिनट बोलने का अवसर दिया गया था. उन्होंने भारत माता की जय और वंदे मातरम् कहकर अपना भाषण समाप्त किया.शुभेंदु ने मंत्री उदयन गुहा से कहा- तुरंत पाकिस्तान चले जायें :
सेना के सम्मान में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा लाये गये प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान भाजपा और तृणमूल विधायकों में जबर्दस्त हंगामा देखने को मिला. चर्चा के दौरान शुभेंदु ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं व मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गयीं टिप्पणियों का उल्लेख करते हुए घेरा. शुभेंदु ने उल्लेख किया कि उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने पीएम के बारे में हाल में कहा था कि वह पहले चाय बेचते थे. अब सिंदूर बेच रहे हैं. शुभेंदु ने उनपर कार्रवाई की मांग की. इसपर मंत्री गुहा ने कहा : मैंने पीएम को लेकर सही कहा था, फिर कहूंगा. इससे शुभेंदु भड़क गये. उन्होंने सदन के भीतर मंत्री की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप तुरंत पाकिस्तान चले जायें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है