कोलकाता. कोल्ड ड्रिंक पीने के दौरान एक वृद्धा (68) बोतल का ढक्कन निगल गयी. इसके बाद उसे गले में असहनीय दर्द होने लगा. उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी. हालांकि, डॉक्टरों ने काफी मशक्कत के बाद वृद्धा को बचा लिया. यादवपुर स्थित केपीसी मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने वृद्धा की सफल चिकित्सा की. अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि बोतल का ढक्कन महिला की सांस नली में फंसा हुआ था. ऐसे में ढक्कन को बाहर निकालने में ब्रांकोस्कोपी या लैरिंगोस्कोपी का उपयोग नहीं किया जा सकता था. ऐसे केपीसी मेडिकल कॉलेज के इएनटी विशेषज्ञ प्रो डॉ द्वैपायन मुखर्जी ने ऑपरेशन करने का निर्णय लिया. सर्जरी के बाद अब वृद्धा स्वस्थ है. मरीज को एक या दो दिन में छुट्टी दे दी जायेगी. डॉ द्वैपायन ने कहा : एंडोस्कोपी से हमें पता चला कि सांस नली में ढक्कन फंसा हुआ है. हमने अपने लंबे करियर में ऐसा पहली बार देखा कि किसी ने गलती से बोतल का ढक्कन ही निगल लिया. मुझे डर था कि अगर ब्रांकोस्कोपी या लैरिंगोस्कोपी से ढक्कन निकालने की कोशिश की, तो यह श्वास नली में और भी गहरायी तक जा सकता था. यह काफी चुनौतीपूर्ण था. श्वास नली में ट्यूब डाला गया. मरीज को बेहोश किये बगैर गले की केवल सांस नली को सुन्न किया गया. इसके बाद सफलतापूर्वक सर्जरी को अंजाम दिया गया. डॉक्टर ने कहा कि श्वसन तंत्र में ढक्कन के फंसे होने से संक्रमण के साथ अधिक दम घुटने से हृदय गति भी रुक सकती थी. इससे वृद्धा की मौत भी हो सकती थी.
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