सोशल मीडिया पर झूठा प्रचार, पुलिस जांच में जुटी
मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भाजपा व तृणमूल में छिड़ी जंग
संवाददाता, कोलकाता.
दक्षिण 24 परगना के जीवनतला थाना क्षेत्र में एक किशोरी की अस्वाभाविक मौत को लेकर सोशल मीडिया पर झूठा प्रचार करने के आरोप में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. बारुईपुर पुलिस जिला ने शुक्रवार को ””””””””एक्स”””””””” पर पोस्ट कर यह जानकारी दी. पुलिस ने अपने पोस्ट में बताया कि 16 जून को जीवनतला थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की की मौत के बारे में गलत सूचना फैलाने के प्रयास किये जा रहे हैं. पुलिस ने स्पष्ट किया कि नाबालिग लड़की की अस्वाभाविक मौत हुई है. शव को सभी औपचारिकताओं के साथ उसके घर से बरामद किया गया था और मौत के कारणों का पता लगाने के लिए वीडियोग्राफी के तहत जांच और पोस्टमार्टम किया गया.
मृतक की मां की शिकायत के आधार पर जीवनतला थाने में प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है. पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि किशोरी के साथ किसी भी तरह का यौन उत्पीड़न नहीं हुआ था और मौत जहर के सेवन से हुई है. मामले की जांच अभी भी जारी है. पुलिस ने यह भी चेतावनी दी है कि सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए मृत नाबालिग लड़की की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करने वाले व्यक्तियों और सांप्रदायिक विद्वेष को बढ़ावा देने का प्रयास करने वालों के खिलाफ आपराधिक मामला शुरू किया जा रहा है. पुलिस ने इस मामले की जांच तेज कर दी है.
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर सियासी घमासान भी शुरू हो गया है. भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी ””एक्स”” पर इस घटना को लेकर एक पोस्ट किया था. इसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने पुलिस द्वारा किये गए पोस्ट को साझा करते हुए एक अन्य पोस्ट किया और दावा किया कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने भाजपा नेता के झूठ का पर्दाफाश किया है.
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