चिप्स चोरी के आरोप में छात्र द्वारा आत्महत्या करने का मामला
प्रतिनिधि, हल्दिया.
पांसकुड़ा में सातवीं कक्षा के एक छात्र ने कथित तौर पर चिप्स चुराने के आरोप लगने के बाद आत्महत्या कर ली थी. छात्र कृष्णेंदु ने अपनी मां को संबोधित एक सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उसने लिखा था, “मां, मैं कहकर जा रहा हूं कि वह चिप्स मैंने रास्ते से उठाया था. मैंने चोरी नहीं की थी.” दुकान के पास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में भी वही दृश्य कैद हुआ, जैसा कृष्णेंदु ने अपने नोट में दावा किया था. फुटेज में दिख रहा है कि उसने चिप्स रास्ते से उठाया था. गोसाइंबेर बाजार इलाके में स्थानीय लोग उस दुकानदार शुभंकर दीक्षित की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं, जिसने बच्चे पर चोरी का आरोप लगाया था. दीक्षित पुलिस का एक सिविक वॉलंटियर भी है. गुरुवार रात को हुई इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने कृष्णेंदु के शव के साथ प्रदर्शन किया और दीक्षित की दुकान पर भी हमला किया. हालात इतने बिगड़ गए थे कि रैफ को बुलाना पड़ा. काफी मशक्कत के बाद स्थिति सामान्य हो पायी. पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है.
मृत छात्र के परिजनों ने बताया कि रविवार को कृष्णेंदु दुकान से चिप्स खरीदने गया था. उसने दुकान में कई बार आवाज लगायी, लेकिन कोई नहीं आया. कथित तौर पर बच्चे ने दुकान के पास जमीन पर गिरा हुआ चिप्स का पैकेट देखा. थोड़ी देर इंतजार करने के बाद उसने वह पैकेट उठाया और साइकिल से घर लौटने लगा. आरोप है कि दुकानदार दीक्षित ने बच्चे को चिप्स ले जाते देखा और अपनी मोटरसाइकिल से उसका पीछा कर उसे रोका. उस पर चोरी का इल्जाम लगाकर बाजार में ही उससे कान पकड़वाकर उठक-बैठक करवाई गयी और मारपीट भी की गयी. कृष्णेंदु ने सिविक वॉलंटियर को चिप्स के पैसे भी दिये, लेकिन इसके बावजूद उस पर हिंसा जारी रही.
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