शहरी क्षेत्रों की स्थिति बेहतर ग्रामीण इलाकों में फैल रहा डेंगू
संवाददाता, कोलकाताराज्य के शहरी विकास मंत्री व कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम गुरुवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूछे गये एक सवाल के जवाब में बताया कि राज्य के शहरी क्षेत्रों में डेंगू नियंत्रित है, पर ग्रामीण क्षेत्रों से इसके अधिकांश मामले सामने आ रहे हैं. उन्होंने विभाग की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि राज्य में वर्ष 2022 और 2023 की तुलना में इस बार डेंगू के मामलों में 40 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में शहरीकरण की वजह से डेंगू फैल रहा है.गांव में रहने वाले लोगों की आय बढ़ी है, जिसके वे अब झोपड़ी या मिट्टी के घरों में नहीं, बल्कि पक्के मकान में रह रहे हैं. फिरहाद ने बताया कि डेंगू फैलाने वाले मच्छर स्वच्छ पानी में पनपते हैं. गांव में छतों पर पानी जमने के कारण वहां डेंगू फैल रहा है.
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि महानगर में रहने वाले लोग डेंगू को लेकर जागरूक हुए हैं. इस वजह से शहरी इलाकों में डेंगू नियंत्रित दिख रहा है. फिरहाद हकीम ने बताया कि राज्य भर के सरकारी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल व निगम के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू की जांच व इलाज की व्यवस्था की गयी है. सरकारी अस्पतालों में फीवर क्लिनिक भी खोले गये हैं.उन्होंने बताया राज्य में डेंगू के मामले में लगातार गिरावट देखी जा रही है. जहां, वर्ष 2022 में 28,443 लोग डेंगू की चपेट में आये थे. वहीं, 2023 में 30,026 लोग डेंगू के शिकार हुए. लेकिन पिछले साल 2024 में मात्र 5,964 लोग डेंगू के शिकार हुए थे. उन्होंने इस दौरान कोलकाता नगर निगम की सराहना की. उन्होंने कहा कि निगम के डिप्टी मेयर व विधायक अतिन घोष के नेतृत्व में डेंगू की रोकथाम के लिए काफी प्रयास किये जा रहे हैं.
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