कोलकाता. कसबा स्थित लॉ कॉलेज की एक छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक तृणमूल कांग्रेस के छात्र संगठन का नेता बताया गया है. उसका नाम मनोजीत मिश्रा है. इसको लेकर माकपा व भाजपा समेत अन्य विपक्षी दलों व उनसे जुड़े छात्र संगठनों ने सत्तारूढ़ तृणमूल पर निशाना साधा है. साथ ही सोशल मीडिया पर आरोपी की तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं, जिनमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सांसद अभिषेक बनर्जी ही नहीं, बल्कि तृणमूल के अन्य नेताओं की तस्वीरों में आरोपी भी दिख रहा है. इसी बीच, शुक्रवार को यहां तृणमूल भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) के प्रदेश अध्यक्ष तृणांकुर भट्टाचार्य ने कहा कि “कसबा के जिस लॉ कॉलेज परिसर में छात्रा से दुष्कर्म की वारदात हुई है, उस कॉलेज में टीएमसीपी का कोई रनिंग यूनिट ही नहीं है. ऐसे में उक्त कॉलेज में टीएमसीपी का यूनिट प्रेसीडेंट होने का सवाल ही नहीं पैदा.” हालांकि, घटना में गिरफ्तार आरोपी के साथ टीएमसीपी का नाता नहीं रहा है, इससे भट्टाचार्य ने इंकार नहीं किया और कहा कि “जब आरोपी उक्त लॉ कॉलेज में छात्र था, तब वह टीएमसीपी के एक छोटे पद पर था.
वर्ष 2022 में टीएमसीपी के जिला अध्यक्ष द्वारा गठित समिति में आरोपी का नाम नहीं है. मौजूदा समय में वह (मिश्रा) टीएमसीपी के किसी पद पर नहीं है.” उन्होंने आरोप लगाया कि कसबा में हुई घटना को लेकर विपक्षी दल और उससे जुड़े संगठन टीएमसीपी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.
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