कोलकाता.
केंद्रीय वित्त व कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्चुअल माध्यम से महानगर के न्यूटाउन में ””””कॉरपोरेट भवन”””” का उद्घाटन किया. इस नये भवन में कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के विभिन्न कार्यालय एक ही स्थान पर होंगे. इसमें क्षेत्रीय निदेशालय (पूर्व), कंपनी रजिस्ट्रार, आधिकारिक परिसमापक, एसएफआइओ, एनसीएलटी (कोलकाता बेंच) और आइबीबीआइ शामिल हैं. इस अवसर पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कॉरपोरेट भवन, समय पर कॉरपोरेट विनियामक सेवाओं की इच्छुक कंपनियों, दिवालियापन के मामले से जुड़े पेशेवरों, लेखा परीक्षकों, स्टार्टअप और निवेशकों के लिए एक वास्तव में एक ही स्थान पर सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी.श्रीमती सीतारमण ने कहा कि कॉरपोरेट भवन में सेवाओं के समेकन से लागत में अत्यधिक कमी आयेगी, अनुमोदन प्रक्रिया में तेजी आयेगी और परिचालन दक्षता में सुधार होगा. व्यवसाय करने में भी आसानी होगी.
कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के अधिकारियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा : हमारे नियामक ढांचे को न केवल सुशासन की रक्षा करनी चाहिए, बल्कि उद्यम को सक्षम बनाना चाहिए, औपचारिकता को प्रोत्साहित करना चाहिए और हमारी प्रणालियों में विश्वास का निर्माण करना चाहिए. निर्मला सीतारमण ने कहा कि पहला ””प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (पीएमआइएस) सुविधा केंद्र”” भी कोलकाता के कॉरपोरेट भवन में स्थित है. इससे इच्छुक इंटर्न को उनके आवेदन से संबंधित जानकारी और मुद्दों को हल करने में सहायता मिलेगी.150 करोड़ रुपये की लागत से बना है सात मंजिला नया भवन
सात मंजिली इस इमारत का क्षेत्रफल लगभग 13,239 वर्ग मीटर है और इस परियोजना की कुल लागत लगभग 150.43 करोड़ रुपये है. इसे ऊर्जा दक्षता, अपशिष्ट की रिसाइक्लिंग, स्मार्ट पार्किंग और इसके निवासियों के हित पर ध्यान केंद्रित करते हुए डिजाइन किया गया है. एएचयू में कार्बन-डाय-ऑक्साइड सेंसर से लैस, इमारत उचित इनडोर वायु गुणवत्ता सुनिश्चित करती है.केंद्र में मिलेंगी कई तरह की सुविधाएं
इस कार्यक्रम में कॉरपोरेट भवन की सातवीं मंजिल पर पहली बार ””प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (पीएमआइएस) सुविधा केंद्र”” का शुभारंभ किया गया. एमसीए सीआइआइ पीएमआइएस केंद्र, कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय (एमसीए) और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) के बीच एक सहयोगी पहल है. इसका उद्देश्य पात्र युवाओं (21-24 वर्ष की आयु) को भागीदार कंपनियों द्वारा उपलब्ध किये जानेवाले इंटर्नशिप अवसरों से लाभान्वित करना है. एक समर्पित तीन-सदस्यीय टीम के माध्यम से, केंद्र उन पात्र उम्मीदवारों की पहचान करेगा, जो पूर्णकालिक शिक्षा या रोजगार में नहीं हैं. यह टीम उन्हें व्यापक मार्गदर्शन प्रदान करेगी और पीएम इंटर्नशिप योजना में उनके पंजीकरण और आवेदन की सुविधा भी प्रदान करेगी.होंगे कौन-कौन से कार्य
पात्र अभ्यर्थियों के लिए पीएमआइएस पंजीकरण और आवेदन प्रक्रिया को सुगम बनानाव्यावसायिक कैरियर परामर्श और मार्गदर्शन प्रदान करना
− उम्मीदवार की योग्यता और रुचियों का उपयुक्त इंटर्नशिप अवसरों से मिलान करना− आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से व्यावसायिक अवसरों के बारे में जागरूकता पैदा करना
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