बालीगंज थाने की पुलिस ने गिरोह का किया भंडाफोड़
कोलकाता. समलैंगिक डेटिंग ऐप के जरिए युवकों को फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल और उनसे लूटपाट करने वाले एक गिरोह के तीन सदस्यों को बालीगंज थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गये आरोपियों की पहचान विजय सिंह, मोहम्मद वाजेद और इरफान यासीन के रूप में हुई है. पुलिस का मानना है कि यह गिरोह पिछले कुछ महीनों से कोलकाता के विभिन्न इलाकों में इसी तरह की जबरन वसूली की वारदातों को अंजाम दे रहा था. यह मामला तब सामने आया जब एक पीड़ित युवक ने शिकायत दर्ज करायी. पीड़ित की विजय नामक व्यक्ति से एक समलैंगिक डेटिंग ऐप के जरिए दोस्ती हुई थी. बातचीत बढ़ने के बाद दोनों ने फोन नंबरों का आदान-प्रदान किया. इस महीने के दूसरे सप्ताह में विजय ने युवक को बालीगंज इलाके में मिलने के लिए बुलाया. तय समय पर जब युवक बालीगंज सर्कुलर रोड के पास एक मकान के कमरे में पहुंचा, तो विजय ने उसके साथ शारीरिक नजदीकी बढ़ाने की कोशिश की. तभी दो अन्य युवक वहां आ गये और उन्होंने दोनों की अश्लील गतिविधियों का वीडियो बनाना शुरू कर दिया. इसके बाद उन्होंने युवक की बेरहमी से पिटाई की और उसे धमकी दी कि वे वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे. इस डर का फायदा उठाकर आरोपियों ने युवक से मोटी रकम की मांग की. जब युवक ने पैसे देने से इनकार किया, तो आरोपियों ने उसके बैंक अकाउंट से ऑनलाइन एक लाख रुपये निकाल लिए और उसे घर से बाहर निकाल दिया. इसके बाद पीड़ित ने बालीगंज थाने में शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि लगभग तीन महीने पहले इसी इलाके में ठीक इसी तरह की एक और घटना हो चुकी थी. उस पुराने मामले के आधार पर पुलिस ने बालीगंज सर्कुलर रोड के उसी घर में छापेमारी की, लेकिन विजय वहां से फरार हो चुका था. सोमवार को पुलिस को सूचना मिली कि विजय फिर से इलाके में लौटा है. इसके बाद बालीगंज थाने की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. विजय से पूछताछ के बाद पुलिस ने बेनियापुकुर इलाके से मोहम्मद वाजेद और इरफान यासीन को भी पकड़ लिया. पुलिस अब आरोपियों से ठगी के पैसों की बरामदगी की कोशिश कर रही है.पाटुली से भी सामने आयी थी ऐसी शिकायत
आरोपियों से पूछताछ में यह भी पता चला है कि पाटुली इलाके में भी एक युवक ने इसी तरह की घटना की शिकायत दर्ज करायी थी. उसने बताया था कि एक समलैंगिक डेटिंग ऐप के जरिए संपर्क के बाद उसे बालीगंज स्टेशन के पास एक घर में बुलाकर प्रताड़ित किया गया और पैसे ऐंठने की कोशिश की गयी थी. पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या उस घटना के पीछे भी इसी गिरोह का हाथ है. अधिकारियों का कहना है कि यह एक संगठित रैकेट हो सकता है, जो समलैंगिक युवकों को डेटिंग ऐप्स के जरिए निशाना बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर पैसे वसूलता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

