कोलकाता. अलीपुरदुआर जिले के फालाकाटा ब्लॉक के कूंजनगर इलाके में शुक्रवार देर रात एक जंगली हाथी के हमले में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गयी. मृतकों में 36 दिन की एक नवजात बच्ची भी शामिल है. स्थानीय लोगों ने शनिवार सुबह वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके कारण फालाकाटा से कूंजनगर होते हुए नौ माइल की ओर जाने वाले मार्ग पर वाहनों की आवाजाही घंटों तक बाधित रही. जानकारी के अनुसार, घटना के समय पीड़ित परिवार के घर में बिजली नहीं थी. देर रात घर के बाहर किसी जोरदार आवाज के कारण 32 वर्षीय मनोज दास बाहर निकले. तभी एक जंगली हाथी ने उन्हें कुचल दिया. मनोज का शोर सुनकर उनकी मां माखन रानी दास (65) अपनी नवजात पोती मानसी (36 दिन) को गोद में लेकर बाहर आयीं, लेकिन घर के आंगन में ही पहले से मौजूद हाथी ने उन्हें भी कुचल डाला. तीनों की मौके पर ही मौत हो गयी. इस घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी. शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गये. शनिवार सुबह होते ही आक्रोशित लोग सड़कों पर उतर आये और वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया. स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस इलाके में लगभग हर रात हाथियों का आतंक बना रहता है, लेकिन वन विभाग की ओर से कोई सुरक्षा उपाय नहीं किए गये हैं. उन्होंने मांग की है कि वन विभाग इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाये और प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाये.
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