संवाददाता, कोलकाता
महानगर में कोलकाता नगर निगम द्वारा पेड़ों की गिनती शुरू की गयी है. इस सर्वे के दौरान केवल गणना ही नहीं की जा रही है, बल्कि विशेषज्ञ पेड़ों की स्वास्थ्य जांच भी कर रहे हैं. कोलकाता में वार्ड स्तर पर पेड़ों की गिनती की जा ही है. कोलकाता को हरा-भरा रखने के लिए यह गणना शुरू की गयी है. निगम के पार्क एंड स्क्वायर विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बोरो छह, आठ, नौ और 10 में यह गणना लगभग पूरी हो चुकी है. इस सर्वे के मद्देनजर निगम की ओर से जल ही एक रिपोर्ट भी जारी की जायेगी. फिलहाल जो गिनती चल रही है उसके अनुसार निगम के छह नंबर बोरो में कुल 5384 पेड़ हैं. इसी तरह बोरो आठ में 14068, बोरो 9 में 11366 और बोरो 10 में कुल 8186 पेड़ हैं. कोलकाता में कुल 16 बोरो है. सभी बोरो में पेड़ों की गिनती होगी. खास बात यह है, इस सर्वे के दौरान पेड़ों के स्वास्थ्य पर भी नजर रखी जा रही है. यहीं नहीं, पेड़ों की कौन-कौन सी प्रजातियां कोलकाता में हैं, इसका भी पता लगाया जा रहा है.
वर्तमान सर्वेक्षण से पता चलता है कि कोलकाता में राधा चूड़ा और कृष्ण चूड़ा के पेड़ों की संख्या सबसे ज़्यादा है. इसके अलावा नीम, महोगनी, रुद्र, पलाश जैसे पेड़ भी हैं. निगम अपने वनस्पति विशेषज्ञों की सलाह पर कोलकाता में पौधे लगा रहा है. विशेषज्ञों की सलाह पर ही कोलकाता में देवदारु के पेड़ लगाने पर जोड़ दिया जा रहा है. इसके अलावा, सोनाझुरी, बकुल, जरुल आदि फूलों के पेड़ लगाने पर जोर दिया जा रहा है. निगम का पार्क एंंड स्क्वायर विभाग कोलकाता में गंगा के किनारे और 21 खाल (नहरों) के किनारे नारियल के पेड़ लगाया है. इसके अलावा गंगा किनारे बेल व सुंदरी और मैंग्रोव प्रजातियों के 753 पौधों लगाये गये हैं. इनमें से अधिकांश पौधों को प्रिंसेप घाट पर गंगा के किनारे लगाये गये हैं. सर्वे के दौरान सुख चुके या जर्जर अवस्था में पहुंच चुके पेड़ों की भी चिन्हित किया जा रहा है. प्रत्येक वार्ड-आधारित सर्वेक्षण के बाद, इस जानकारी का डिजिटलीकरण किया जायेगा. यह जानकारी कोलकाता नगर निगम की वेबसाइट पर अपलोड की जायेगी. ताकि, आने वाली पीढ़ियों के लिए हरियाली पर शोध कार्य में यह मददगार साबित हो.
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