कोलकाता. ओडिशा में एक ज्वेलरी शॉप से आभूषण चोरी के आरोप में गिरफ्तार व्यक्ति को तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा कार्यकर्ता बताते हुए प्रदेश भाजपा पर जमकर निशाना साधा है. शनिवार को तृणमूल ने सोशल मीडिया पर इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी पोस्ट किया, जिसमें एक शख्स चोरी करता दिख रहा है (हालांकि, प्रभात खबर इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता). तृणमूल भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान सत्तारूढ़ दल के नेता कुणाल घोष ने इस वीडियो का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि चोरी करने वाला शख्स भाजपा की युवा इकाई का नेता है. उसकी पत्नी ने गत निकाय चुनाव में मेदिनीपुर के वार्ड नंबर-एक से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था.
मौके पर मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की आंतरिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में वर्ष 2026 में पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव में राज्य में 48 से अधिक सीटें जीतने की संभावना नहीं दिखायी गयी है. इसलिए, भाजपा मतदाता सूची में हेराफेरी कर इसे प्रभावित करने की कोशिश कर रही है. भट्टाचार्य ने आगे कहा कि सवाल यह है कि अभी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की निर्वाचन आयोग की घोषणा क्यों की गयी? एक नया निर्देश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि एक जुलाई 1987 और दो दिसंबर 2004 के बीच जन्म लेने वालों को अब मतदाता सूची में अपना नाम शामिल करवाने के लिए अपने माता-पिता के जन्म प्रमाण पत्र के साथ एक नया घोषणापत्र प्रस्तुत करना होगा. अचानक जुलाई 1987 क्यों चुना गया? 1988 क्यों नहीं? 1986 क्यों नहीं? क्या यह घुमा-फिराकर एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) लाने की कोशिश है?
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