संवाददाता, बैरकपुर
नैहाटी विधानसभा उपचुनाव के दिन गोली मारकर हत्या किये गये भाटपाड़ा के 12 नंबर वार्ड के पूर्व तृणमूल अध्यक्ष अशोक साव के भाई दिलीप साव का शव एक नाले से बरामद किया गया है. दिलीप पिछले तीन दिनों से लापता थे. इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है और लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. कुछ दुकानों में तोड़फोड़ भी की गयी. मौके पर पहुंची पुलिस को भी लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा.
जानकारी के अनुसार, दिलीप साव गत तीन दिनों से लापता थे और उनके परिजनों ने भाटपाड़ा थाने में उनकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करायी थी. लेकिन शनिवार को पालघाट रोड इलाके के नाले के कलवर्ट से उनका शव बरामद किया गया. दिलीप साव का शव मिलने के बाद गुस्साई भीड़ ने स्थानीय दुकानों में तोड़फोड़ की और मौके पर पहुंचे पुलिस जवानों को घेरकर विरोध जताया. प्रदर्शनकारी हत्या की जांच एनआइए को सौंपने की मांग कर रहे हैं.
भाजपा नेता प्रियांगु पांडे ने आरोप लगाया है कि दिलीप साव की हत्या की गयी है. उन्होंने आशंका जतायी कि तृणमूल नेता अशोक साव के एक और भाई प्रदीप साव की भी हत्या का प्रयास हो सकता है. पांडे ने कहा कि अशोक साव की हत्या के बाद प्रदीप साव ने एनआइए जांच की मांग को लेकर हाइकोर्ट में मामला दायर किया है और संभवतः अगले सप्ताह ही इस मामले में एनआइए जांच के निर्देश दिए जा सकते हैं. इसलिए इस परिवार को खत्म करने की कोशिश की जा रही है. पांडे ने यह भी आरोप लगाया कि दिलीप साव के लापता होने की शिकायत दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की थी. उन्होंने बताया कि हाइकोर्ट ने पहले ही बैरकपुर के सीपी को पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने का निर्देश दिया था, लेकिन परिवार को कोई सुरक्षा नहीं मिली. इधर, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
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