एबीवीपी ने विद्यासागर विवि के वीसी के इस्तीफे की मांग की
संवाददाता, कोलकाता.
विद्यासागर यूनिवर्सिटी में गुरुवार को उस समय जमकर हंगामा हुआ, जब इतिहास के एक प्रश्नपत्र में क्रांतिकारियों को आतंकवादी बताया गया. इस मामले को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों ने कुलपति के इस्तीफे की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपने का प्रयास किया, लेकिन उनका आरोप है कि कुलपति जानबूझकर उनसे मिले बिना विश्वविद्यालय से निकल गए, जिसके बाद एबीवीपी का विरोध और तेज हो गया. एबीवीपी सदस्यों ने साफ किया है कि जब तक कुलपति इस्तीफा नहीं देते, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. दरअसल नौ जुलाई को इतिहास ऑनर्स के प्रश्नपत्र में एक प्रश्न में क्रांतिकारियों के लिए आतंकवादी शब्द का इस्तेमाल किया गया था और यह शब्द उद्धरण चिह्नों में भी नहीं था. इस पर तीन दिनों तक भारी विवाद चला. मामले की गंभीरता को देखते हुए, कुलपति दीपक कुमार कर ने अगले ही दिन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अनजाने में हुई इस गलती के लिए बिना शर्त माफी मांगी थी. इस घटना के बाद प्रोफेसर निर्मल महतो को विभागाध्यक्ष और यूजी बोर्ड ऑफ स्टडीज के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया, जबकि प्रोफेसर प्रोसेनजीत घोष को मॉडरेटर टीम से बाहर कर दिया गया. हालांकि, इन कार्रवाईयों के बावजूद विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी माहौल में 11 जुलाई को विश्वविद्यालय की सर्वोच्च संस्था, कार्यकारी परिषद की बैठक हुई, जो लगभग दो साल बाद हुई थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है