65 वर्ष से अधिक उम्र वाले श्रमिकों को हटाने पर विरोध तेज
हुगली. चुंचुड़ा नगरपालिका में सोमवार को श्रमिकों और कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया. मजदूरी वृद्धि की मांग और 65 वर्ष की उम्र पार कर चुके श्रमिकों को बिना पूर्व सूचना कार्य से हटाये जाने के फैसले के खिलाफ नगरपालिका कार्यालय के बाहर धरना और बैठकर विरोध शुरू हो गया. प्रदर्शन के दौरान एक कर्मचारी के अस्वस्थ होने की खबर भी सामने आयी, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है. चुंचुड़ा नगरपालिका में लगभग दो हजार अस्थायी श्रमिक और कर्मचारी कार्यरत हैं. हर महीने मजदूरी देने में नगरपालिका को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है और अक्सर समय पर वेतन भुगतान को लेकर विवाद खड़ा हो जाता है. अब नगरपालिका प्रबंधन ने निर्णय लिया है कि 65 वर्ष की आयु पूरी कर चुके श्रमिकों को सेवा से हटा दिया जायेगा.एकमुश्त राहत राशि और वेतन वृद्धि की मांग
प्रदर्शनकारी श्रमिकों की मांग है कि सेवा से हटाने से पहले 65 वर्ष पार कर चुके श्रमिकों को एकमुश्त 5 लाख रुपये की राहत राशि दी जाये. साथ ही सभी श्रमिकों के दैनिक वेतन में 100 रुपये की बढ़ोतरी की मांग भी की गयी है. यूनियन का आरोप है कि 17 जून को हुई बोर्ड मीटिंग में मजदूरी वृद्धि और सेवानिवृत्ति से संबंधित मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं की गयी.
सोमवार की बोर्ड मीटिंग से पहले ही नगरपालिका प्रबंधन की ओर से यह सूचना जारी की गयी कि 65 वर्ष के ऊपर के श्रमिक कल से कार्य पर नहीं आयेंगे. बिना किसी राहत पैकेज के इस फैसले को श्रमिकों ने अस्वीकार कर दिया है. इसके विरोध में दोपहर से लगातार धरना जारी है. यूनियन नेताओं ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, वे नगरपालिका चेयरमैन और काउंसिलरों को बाहर नहीं जाने देंगे. साथ ही घोषणा की है कि मंगलवार से सभी श्रमिक पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है