कोलकाता. कोलकाता स्थित पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय विधि विज्ञान विश्वविद्यालय (डब्ल्यूबीएनयूजेएस) देश का एकमात्र लॉ कॉलेज है, जिसने पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) से ए प्लस की ग्रेडिंग प्राप्त हुई है. ग्रेडिंग के दौरान फोरेंसिक साइंस की पढ़ाई शुरू करने और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी तथा किंग्स कॉलेज, लंदन के साथ गठजोड़ को महत्व दिया गया. राज्य के कानून मंत्री मलय घटक ने राज्य विधानसभा में प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान कहा कि राज्य सरकार के कानून एवं न्यायिक विभाग के तहत आने वाले ड्ब्ल्यूबीएनयूजेएस ने पिछले साल इंडिया टुडे रैंकिंग में राष्ट्रीय लॉ स्कूलों में दूसरा स्थान प्राप्त किया था. वहीं ड्ब्ल्यूबीएनयूजेएस में वर्तमान में 1072 छात्र हैं, जिनमें से 509 पुरुष और 563 महिलाएं हैं. उन्होंने बताया कि राज्य ने 2018 में पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय विधि विज्ञान विश्वविद्यालय अधिनियम में संशोधन किया, जिसके तहत एनयूजेएस के कुल छात्रों में से पांच प्रतिशत की पूर्ण ट्यूशन फीस माफ कर दी गयी, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को शिक्षा के इस प्रमुख केंद्र में पढ़ने का अवसर मिले.श्री घटक ने कहा कि वर्तमान में राज्य में 35 लॉ कॉलेज हैं, जिनमें से 30 निजी हैं. हुगली मोहसिन कॉलेज के रूप में एकमात्र सरकारी लॉ कॉलेज है और चार सरकारी सहायता प्राप्त लॉ कॉलेज हैं, जिनमें सुरेंद्रनाथ लॉ कॉलेज, जोगेश चंद्र चौधरी लॉ कॉलेज, हाजरा लॉ कॉलेज और बालीगंज के स्विन्हो स्ट्रीट में साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज शामिल हैं. वहीं, 31 मार्च, 2024 तक, राज्य भर के लॉ कॉलेजों में छात्रों की कुल संख्या 20115 है. बताया कि डब्ल्यूबीएनयूजेएस को छोड़कर अन्य सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त लॉ कॉलेज राज्य शिक्षा विभाग के अधीन हैं.
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