कोलकाता. पश्चिम बंगाल सरकार के पंचायत विभाग ने एक रिपोर्ट पेश कर कहा है कि राज्य में करीब 15 लाख सेल्फ हेल्प ग्रुप (एसएचजी) का संचालन महिलाओं द्वारा किया जा रहा है और ये महिलाएं बैंकों से ऋण लेकर अपना कारोबार करती हैं. विभाग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वे ऋण लेकर आत्मनिर्भर बन रही हैं और साथ ही कारोबार से प्राप्त अल्प आय से ऋण की किश्तें भी चुका रही हैं. बंगाल के सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाएं बैंकों का ऋण लौटाने में पूरे देश में अव्वल हैं. जानकारी के अनुसार, राज्य के 15 लाख एसएचजी ने करीब 30 हजार करोड़ रुपए का ऋण लिया है और इसमें से अब तक केवल 1.18 प्रतिशत ने अपना ऋण नहीं चुकाया है. शेष सभी महिलाओं ने अपने समूहों के माध्यम से लिये गये ऋण चुका दिये हैं.
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