:: एक बीएड कॉलेज के छात्र डिग्री के लिए पहुंचे तो विश्वविद्यालय में नहीं मिला रिकॉर्ड
:: कॉलेज से टीआर की सत्यापित कॉपी मांगी गई, छेड़छाड़ के लिए पेज गायब करने की आशंका
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के डिग्री सेक्शन में रखे टेबलेटिंग रजिस्टर (टीआर) से रिकाॅर्ड गायब करने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. शुक्रवार को एक बीएड कॉलेज के दो छात्र डिग्री के लिए आवेदन के बाद पावती लेकर विश्वविद्यालय पहुंचे. यहां उनका रिकॉर्ड विश्वविद्यालय के टीआर में नहीं मिला. इस कॉलेज के विद्यार्थियों का रिकॉर्ड चार पेज में दर्ज था. इसमें से एक पेज बड़ी चालाकी से निकाल लिया गया था. इसी टीआर में पूर्व से एक कॉलेज के नाम पर पांच विद्यार्थियों की डिग्री अवैध तरीके से जारी करने का मामला सामने आया था. जांच के दौरान इस टीआर को अलग रखा गया था. इस कारण शातिर इस टीआर से पेज निकालने के बाद गड़बड़ी नहीं कर सका. विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग में टीआर से पेज गायब होने की सूचना पर हड़कंप मच गया. पदाधिकारी भी परेशान रहे कि आखिर टीआर से पेज कैसे गायब हो गया. पदाधिकारियों ने आशंका जताई है कि किसी कर्मचारी की ही इसमें संलिप्तता होगी. कॉलेज के टीआर की सत्यापित कॉपी मिलने के बाद ही गड़बड़ी का पता चल सकेगा. बता दें कि एक बीएड कॉलेज के नाम पर पांच छात्रों की डिग्री गलत तरीक से जारी करने का मामला सामने आया था. इसमें जांच कमेटी गठित की गई थी, लेकिन इस मामले में अबतक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है. मामला फाइलों में दब गया है.
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