Bihar Election: पटना. जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने एक बार फिर तेजस्वी यादव को नौवीं फेल बताकर तीखा वार किया है. उन्होंने कहा है कि कलम बांटकर नौवीं फेल आदमी बिहार का राजा नहीं बन सकता. उन्होंने कहा कि कलम बांटना बेहतर शिक्षा की गारंटी नहीं है. कलम रखने मात्र से कोई शिक्षित नहीं हो सकता है. शिक्षा के लिए बेहतर शिक्षा नीति चाहिए. पहले भी पीके बार-बार नेता प्रतिपक्ष को पढ़ाई के मोर्चे पर घेर चुके हैं. प्रशांत किशोर ने तेजस्वी के युवा छात्र संसद के बहाने लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को भी लपेटे में लिया.
नौवीं फेल होने पर कसा तंज
प्रशांत किशोर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि तेजस्वी यादव युवाओं को कलम बांट रहे हैं. उसी कलम से दसवीं की परीक्षा पास कर लेते, ताकि युवाओं को उनपर भरोसा हो, जो सामान्य परिवार के पढ़े लिखे बच्चे हैं वे दस साल पंद्रह साल पढ़ कर बेरोजगार हैं या मजदूरी कर रहे हैं. यह नौवीं फेल नेता का लड़का बिहार का राजा बनना चाहता है. हम लोगों को कलम नहीं बांटना है, शिक्षा बांटना है. कलम और कॉपी बांटने से पढ़ाई नहीं हो जाती. अच्छा स्कूल होना चाहिए, अच्छी पढ़ाई होनी चाहिए. कलम बांट कर यह नौवीं फेल आदमी बिहार का राजा नहीं बन सकता.
शिक्षा से लगाव होता तो खुद रहते मैट्रिक
प्रशांत किशोर ने कहा था कि तेजस्वी यादव के माता और पिता दोनों बिहार से सीएम रहे. फिर भी बेटे का नौवीं पास नहीं करना बताता है कि शिक्षा के प्रति इस आदमी में कितना लगाव है. हालांकि तेजस्वी यादव ने एक पॉडकास्ट में कहा था कि कोई उन्हें नौवीं फेल कहता है तो बुरा नहीं लगता क्योंकि वे एक खिलाड़ी हैं. राजद की ओर से भले ही तेजस्वी यादव को सीएम कैंडिडेट घोषित कर दिया गया हो पर प्रशांत किशोर हमेशा इसका विरोध करते हैं. पीके यहां तक कहते हैं कि लालू प्रसाद अगर अपने परिवार से बाहर किसी भी यादव या अन्य जाति के नेता को सीएम उम्मीदवार बता दें तो जन सुराज लालू की पार्टी राजद के समर्थन में का करेगा.
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