Bihar Politics: पटना. इस बार के विधानसभा चुनावों को राजद ने ”करो या मरो” के रूप में लिया है. इसलिए वह टिकट वितरण की समूची प्रक्रिया को पूरी तरह गोपनीय बनाये हुए है. सबसे खास बात है कि राजद आलाकमान ने टिकट को लेकर बेहद करीबों को भी आश्वस्त नहीं किया है. फिलहाल राजद अपनी पार्टी के ”स्व घोषित” धुरंधरों पर सीधी नजर रखे हुए है. गणेश परिक्रमा में भरोसा रखने वाले अपनी पार्टी के धुरंधरों की गतिविधियों की हर जानकारी राजद आलाकमान ले रहे हैं.
राजद से टिकट पाना टेढ़ी खीर
राजद के सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा है कि विधानसभा चुनाव में राजद से टिकट पाना टेढ़ी खीर हो गया है. कई दिग्गजों की उम्मीदवारी तय करने से पहले राजद उनकी सियासी और जातीय कुंडली खंगाल रहा है. इस दिशा में राजद ने पूरी ताकत झौंक दी है. इसलिए राजद टिकट की दावेदारी चुनौतीपूर्ण हो गयी है.राजद सूत्रों के अनुसार पार्टी ने अपने पदाधिकारियों को चुनाव पूर्व विभिन्न कार्यक्रम में भागीदारी और आयोजन की जिम्मेदारी दी है. उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहने के लिए कहा है. पार्टी आलाकमान ने अनौपचारिक तौर पर संगठन के पदाधिकारियों एवं सांसदों / विधायकों को हिदायत दी है कि उन्हें अपने-अपने क्षेत्र में रहना है. गणेश परिक्रमा की जरूरत नहीं है.
तेजस्वी की नजर स्वघोषित धुरंधरों पर
जानकारों का कहना है कि चुनाव पूर्व के पार्टी के तमाम कार्यक्रमों पर सीधी नजर स्वयं तेजस्वी यादव की है. तेजस्वी और उनकी कोर टीम के सदस्य इन दिनों खुद कार्यक्रमों की जानकारी तलब कर रहे हैं. कौन नेता पहुंचा या नहीं. कौन-कौन उपस्थित रहे. कई बार तेजस्वी खुद सेल फोन घुमाकर तमाम स्व घोषित धुरंधरों की जानकारी ले रहे हैं. कई बार वह स्पॉट पर भी पहुंच रहे हैं. इस तरह टिकट बंटवारे से पहले पार्टी अपने लोगों की छानबीन में लगी हुई है.
जातियों में भी लोकप्रिय प्रत्याशी की तलाश
इधर पार्टी प्राइवेट एजेंसी से विधानसभा वार सर्वे करा रही है. दल इन एजेंसियों से पता लगवा रहे हैं कि विशेष विधानसभा क्षेत्र में वह तीन कौन सी जातियां हैं, जिनके प्रत्याशी मैदान में उतारे जा सकते हैं. सर्वे में यह भी पता लगाने के लिए कहा है कि किसी क्षेत्र विशेष के संभावित प्रत्याशी को अन्य जातियों में लोक्र प्रियता है या नहीं . इस तरह जातीय पैमाने पर संभावित प्रत्याशियों को कई कसौटी पर कसा जा रहा है. पार्टी के इस सर्वे अंतिम दौर में चल रहा है. इसके अलावा क्षेत्र विशेष में संभावित उम्मीदवारों को भी तलाशने की कवायद शुरू हो गयी है.
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