Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही आरोप-प्रत्यारोप और सियासी बयानबाजियां बढ़ गई हैं. झारखंड के गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस के फंडिंग को लेकर बड़ा खुलासा किया है. सांसद दुबे के बयान पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से राज्यसभा सांसद मनोज झ और जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने अपनी राय रखी है.
मनोज झा ने किया पलटवार ?
आरजेडी राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के ‘CIA का पैसा कांग्रेस के पास’ वाले बयान पर कहा, “सुबह-सुबह इनको कोई अंकल जी या आंटी जी व्हाट्सएप फॉरवर्ड भेजते हैं, और ये उसे जस का तस डाल देते हैं. गिरफ्तार करवा लो भाई, सरकार तो तुम्हारी है! चिंता करो गोड्डा की. तुम इतने बेताब हो कि किसी तरह प्रधानमंत्री जी की नजर में आ जाओ. ऐसा नहीं होता. बात करने में एक गंभीरता होनी चाहिए. कई लोगों पर आरोप हैं. फिर इतिहास में क्यों जा रहे हो? अभी डोनाल्ड ट्रम्प के बारे में टिप्पणी करो ना भाई! 18 बार बोल चुके हैं. वहां तो हिम्मत नहीं पड़ती.”
कांग्रेस प्रवक्ता ने क्या कहा ?
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. अजॉय कुमार ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के ‘CIA का पैसा कांग्रेस के पास’ वाले बयान पर कहा, “पहले तो निशिकांत दुबे जी से पूछिए कि CIA का फुल फॉर्म क्या है. वे कुछ भी अनाप-शनाप बोलते रहते हैं. आपने शायद देखा होगा, निशिकांत दुबे जी इतिहास में थोड़ा कमजोर हैं. आजकल वे चैट GPT के जरिए सब कुछ निकालकर बोल रहे हैं. बीजेपी वालों ने शायद उन्हें कुछ बोलने के लिए कहा होगा. वह बिना सिर-पैर की बात कर रहे हैं.”
JDU प्रवक्ता नीरज कुमार ने क्या कहा ?

जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के ‘CIA का पैसा कांग्रेस के पास’ वाले बयान पर कहा, “अगर CIA का पैसा कांग्रेस पार्टी की राजनीतिक फंडिंग में इस्तेमाल हो रहा है, तो यह चिंता का विषय है. चिंता केवल इसी बात की नहीं है, यह देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है. निशिकांत दुबे जी के पास कोई साक्ष्य होगा, वह साक्ष्य सक्षम एजेंसी को उपलब्ध कराना उनका दायित्व है.”
Also Read: तेजस्वी यादव के बयान पर भड़की भाजपा, मंत्री बोलें- किसकी इतनी हिम्मत हो गई कि…?
आखिर निशिकांत दुबे ने क्या कहा ?
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, ” मैंने अपने सोशल मीडिया पर कल भी कुछ बाते रखी थीं और आज भी रखी हैं. कल मैंने कहा था कि 2 बड़ी एजेंसी CIA और KGB हैं, जो प्रत्येक देशों में काम करती हैं. CIA और मित्रोखिन की डायरियों में इस बात का उल्लेख है कि दिवंगत कांग्रेस नेता एचकेएल भगत के नेतृत्व में कांग्रेस के 150 सांसद को सोवियत रूस द्वारा वित्त पोषित किया गया था. इसमें यह भी उल्लेख है कि 16000 आर्टिकल ऐसे छपे जो रूस अपने हिसाब से छपवाता था.”
उन्होंने आगे कहा कि इसमें यह भी उल्लेख है कि कांग्रेस उम्मीदवार सुभद्रा जोशी ने 1977-80 तक चुनाव के नाम पर जर्मन सरकार से 5 लाख रुपए लिए और उसके बाद उनको इंडो-जर्मन फोरम का अध्यक्ष बना दिया गया. अगर आप इसे देखें तो ऐसा लगता था कि गांधी परिवार के नेतृत्व में हमारा देश सोवियत रूस को बेच दिया गया था. जब 2004 में मनमोहन सिंह की सरकार बनी तो R.A.W. के संयुक्त निदेशक रवींद्र सिंह को भगा दिया गया और आज तक उनका कोई अता-पता नहीं है. ये सारी बातें बताती हैं कि 2014 तक, अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के 5-6 साल को छोड़ दें तो ये सरकार या तो KGB या CIA चला रही थी. कांग्रेस और पूरा गांधी परिवार इन दोनों एजेंसियों की कठपुतली था और ये देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है.