Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुट गयी हैं. एक तरफ जहां बिहार की अधिकांश पार्टियां, जातियों के अंक-गणित और समीकरणों पर काम कर रही हैं. वहीं,दूसरी तरफ तकनीक पर आधारित वर्चुअल दुनिया में भी इस सियासी कुरुक्षेत्र में लड़ाई अभी से छिड़ चुकी है. हालांकि राज्य में चुनाव प्रचार और रैलियों का दौर भले ही अभी शुरू नहीं हुआ है लेकिन सोशल मीडिया बिहार चुनाव का कुरुक्षेत्र बना हुआ है.
लड़ी जा रही है पेशेवर लड़ाई
एक से एक कार्टून बनाये जा रहे हैं, नयी नयी शब्दावली गढ़ी जा रही है. अपने विरोधियों के लिए नए-नए विशेषण ढूंढे जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर भाजपा के तीन हजार से अधिक कार्यकर्ता और पेशेवर चुनावी लड़ाई लड़ रहे हैं. भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने बताया कि सोशल मीडिया के लिए करीब तीन हजार से अधिक कार्यकर्ता और पेशेवर लगे हुए हैं.
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दिन रात चल रहा है काम
पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के साथ-साथ सभी जिलों में सोशल मीडिया हैंडल करने के लिए लोग दिन रात काम कर रहे हैं. प्रदेश मुख्यालाय में एक चार दर्जन पेशेवर हैं जो पूरी राज्य की सोशल मीडिया यूनिट को निर्देश जारी करते हैं. उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त नमो एप के माध्यम से भी लोगों से संपर्क किया जा रहा है. इस एप के माध्यम से लोगों मोदी सरकार की योजनाओं और कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी जाती है.